जकार्ता: इंडोनेशिया के लॉमबोक में रिक्टर पैमाने पर सात की तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप से 91 लोगों की मौत हो गई और सैकड़ों लोग घायल हुए हैं. रविवार शाम आए भूकंप का केंद्र लॉमबोक के उत्तरी तट के पास सतह से 10 किलोमीटर की गहराई में था. पर्यटकों के बीच लोकप्रिय लॉमबोक द्वीप पर एक सप्ताह पहले भी भूकंप आया था जिसमें 16 लोगों की मौत हो गई थी.
रविवार शाम को भूकंप आने के बाद लगभग 130 झटके आए, जिनमें कुछ झटकों की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर पांच से भी ज्यादा आंकी गई. प्रशासन ने सुनामी की चेतावनी जारी कर दी लेकिन कुछ घंटों के बाद इसे हटा लिया गया.
The death toll has risen to 82 in an earthquake on the Indonesian tourist island of Lombo, authortiies say. Hundreds more were injured. https://t.co/kn9bNv4DFP
— The Associated Press (@AP) August 5, 2018
भूकंप के झटके नजदीकी बाली और पूर्वी जावा के कुछ स्थानों पर भी महसूस किए गए. समाचार एजेंसी एफे के अनुसार, इंडोनेशियाई राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन बोर्ड (बीएनपीबी) ने सोमवार सुबह प्रभावित क्षेत्र में बचाव दल भेज दिया.
बीएनपीबी के अनुसार, ज्यादा लोगों की मौतें इमारतों के ढहने से हुई है, इसी कारण घायलों का इलाज अस्पतालों की इमारतों की खराब स्थिति होने के कारण इमारतों के बाहर किया जा रहा है.
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बीएनपीबी के अधिकारी ने कहा कि इस समय उनका मुख्य ध्यान भूकंप से प्रभावित लोगों को खोजने, बचाने, उनका सहयोग करने तथा उनकी मूलभूत आवश्यकताओं को पूरा करने पर है. उन्होंने कहा कि उनकी प्राथमिकता स्वास्थ्यकर्मी, स्वच्छ जल, भोजन, कंबल और दवाइयों की आपूर्ति करना है.
बीएनपीबी के प्रवक्ता सुतोपो पुर्वो नुग्रोहो ने कहा कि 1,000 घरेलू और विदेशी पर्यटकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है. ‘द जकार्ता पोस्ट’ की रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रपति जोको विडोडो ने कहा है कि भूकंप में जिन लोगों के घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं, सरकार उनकी क्षतिपूर्ति करेगी.
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उन्होंने कहा, “राष्ट्रपति के तौर पर और इंडोनेशिया की जनता की ओर से भूकंप में मारे गए लोगों के प्रति मैं गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं.” बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, ज्वालामुखीय क्षेत्र ‘रिंग ऑफ फायर’ पर स्थित होने के कारण इंडोनेशिया में भूकंप का खतरा हमेशा बना रहता है.