Wednesday, June 18, 2025

बीती रात ईरान ने अपने पिटारे से निकाली ये सबसे खतरनाक मिसाइल, इजराइल के खात्मे का ऐलान

इजराइल और ईरान के बीच जंग अब और गहरा गई है। बुधवार को ईरान ने अपने सबसे घातक हथियारों में से एक, फतेह हाइपरसोनिक मिसाइल, को मैदान में उतारा। इस्लामिक रिवोल्यूशन गार्ड्स कॉर्प्स (IRGC) ने ऐलान किया कि ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस III के तहत इन मिसाइलों का इस्तेमाल किया गया, जिन्होंने इजराइल के हाई-टेक एयर डिफेंस सिस्टम को चकनाचूर कर दिया। IRGC का दावा है कि इस हमले ने इजराइल के तेल अवीव जैसे बड़े शहरों को हिलाकर रख दिया और उसके सहयोगियों को ईरान की ताकत का साफ मैसेज दे दिया।

IRGC ने इसे टर्निंग पॉइंट बताते हुए कहा कि फतेह मिसाइलों ने इजराइल के आयरन डोम जैसे डिफेंस सिस्टम्स की कमजोरी उजागर कर दी। दूसरी तरफ, इजराइल ने दावा किया कि उसने ईरान के एक और टॉप जनरल को मार गिराया है। उधर, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने तेहरान को चेतावनी दी कि वो बिना शर्त आत्मसमर्पण कर दे, वरना अंजाम भुगतने को तैयार रहे। आइए, इस जंग की पूरी कहानी को समझते हैं।

फतेह मिसाइल ने मचाई तबाही

ईरान की इस्लामिक रिवोल्यूशन गार्ड्स कॉर्प्स (IRGC) ने बुधवार को ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस III के तहत फतेह हाइपरसोनिक मिसाइलों का इस्तेमाल किया। IRGC ने दावा किया कि इन मिसाइलों ने इजराइल के एयर डिफेंस सिस्टम को धूल चटा दी। उनके मुताबिक, फतेह मिसाइलें इतनी तेज और सटीक हैं कि इजराइल का मशहूर आयरन डोम सिस्टम उनके सामने बेकार साबित हुआ। इस हमले में तेल अवीव, हाइफा और बनी ब्राक जैसे शहरों में कई इमारतें तबाह हुईं और आग की लपटें देखी गईं।

IRGC ने अपने बयान में कहा, “हमने ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस III में फतेह मिसाइलों की ताकत दिखा दी। ये हमला इजराइल के डिफेंस सिस्टम के अंत की शुरुआत है। हमने कब्जे वाले इलाकों के आसमान पर पूरा कंट्रोल हासिल कर लिया है। इजराइल के लोग हमारे सटीक हमलों के सामने पूरी तरह लाचार हैं।” ईरान का ये दावा जंग के मैदान में एक बड़ा टर्निंग पॉइंट माना जा रहा है।

फतेह मिसाइल: क्या है इसकी ताकत?

फतेह मिसाइल का नाम अरबी शब्द से आता है, जिसका मतलब है ‘खोलने वाला’। ये हाइपरसोनिक मिडियम रेंज बैलिस्टिक मिसाइल है, जिसे जून 2023 में ईरान की सेना में शामिल किया गया था। इसकी रेंज 1400 किलोमीटर है और ये 200 किलोग्राम तक विस्फोटक ले जा सकती है। 12 मीटर लंबी इस मिसाइल का वजन 350 से 450 किलोग्राम के बीच है। इसे हाइपरसोनिक मिसाइल इसलिए कहा जाता है क्योंकि इसकी स्पीड माक 13 से 15 तक हो सकती है, जो इसे मौजूदा और भविष्य के मिसाइल डिफेंस सिस्टम्स को चकमा देने में सक्षम बनाती है।

IRGC के पूर्व एयरोस्पेस कमांडर ब्रिगेडियर जनरल आमिर अली हाजीजादेह ने 2023 में इस मिसाइल के अनावरण के दौरान इसे ‘गेम चेंजर’ बताया था। न्यू यॉर्क टाइम्स के मुताबिक, ईरान ने 1 अक्टूबर 2024 को भी इजराइल पर हमले में फतेह मिसाइल का इस्तेमाल किया था। हाइपरसोनिक मिसाइल बनाने की तकनीक में ईरान से पहले सिर्फ रूस, चीन और भारत ने महारत हासिल की थी।

IRGC का दावा है कि इस बार के हमले में उन्होंने नई तकनीक का इस्तेमाल किया, जिससे इजराइल के डिफेंस सिस्टम्स ने एक-दूसरे पर ही हमला कर दिया। रूसी सैन्य विशेषज्ञ यूरी नूतोव के हवाले से स्पूतनिक इंटरनेशनल ने बताया कि ईरान ने मिसाइलों की डेटा ट्रांसमिशन और गाइडेंस सिस्टम को हैक करके ये कारनामा किया।

इजराइल का जवाबी हमला और जनरल की मौत

ईरान के इस हमले का जवाब देने के लिए इजराइल ने भी अपनी पूरी ताकत झोंक दी। इजराइल डिफेंस फोर्सेज (IDF) ने दावा किया कि उन्होंने ईरान के एक और टॉप जनरल अली शादमानी को मार गिराया। IDF के मुताबिक, शादमानी IRGC और ईरानी सेना के कमांडर थे और सुप्रीम लीडर अयातोल्ला अली खामेनेई के करीबी थे। इससे पहले इजराइल ने शुक्रवार को एक हमले में मेजर जनरल गुलाम अली राशिद को भी मार गिराया था।

इजराइल ने अपनी ‘राइजिंग लायन’ ऑपरेशन के तहत ईरान के सैन्य और न्यूक्लियर ठिकानों पर बड़े पैमाने पर हमले किए। इन हमलों में IRGC के कई बड़े कमांडर मारे गए, जिनमें एयरोस्पेस कमांडर आमिर अली हाजीजादेह और IRGC चीफ हुसैन सलामी भी शामिल थे। इजराइल ने ईरान के तबरिज मिसाइल बेस और तेहरान में IRGC के हेडक्वार्टर्स को भी निशाना बनाया।

ट्रंप की चेतावनी: ‘ईरान आत्मसमर्पण करे’

इस बीच, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान को सख्त चेतावनी दी। ट्रंप ने कहा, “तेहरान के लोगों को शहर खाली कर देना चाहिए। मैं युद्ध विराम की उम्मीद नहीं कर रहा। हम चाहते हैं कि ये जंग पूरी तरह खत्म हो, जिसमें ईरान का बिना शर्त आत्मसमर्पण शामिल हो।” ट्रंप ने ये भी कहा कि वो अभी बातचीत के मूड में नहीं हैं।

ट्रंप का ये बयान तब आया जब इजराइल ने दावा किया कि उसने ईरान की हवाई सुरक्षा को काफी हद तक तबाह कर दिया है। हालांकि, ईरान के मिसाइल हमलों ने इजराइल के आयरन डोम की कमजोरियों को उजागर किया। इजराइल के मुताबिक, उनके डिफेंस सिस्टम्स ने 80-90% मिसाइलों को रोक लिया, लेकिन 5-10% मिसाइलें उनके डिफेंस को भेदकर तेल अवीव, हाइफा और बनी ब्राक जैसे शहरों में गिरीं, जिनमें 24 लोगों की मौत हुई।

जंग का हाल: दोनों तरफ तबाही

ईरान और इजराइल के बीच ये जंग अब छठे दिन में पहुंच चुकी है। ईरान ने ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस III के तहत सोमवार तड़के तेल अवीव, हाइफा और बनी ब्राक में भारी मिसाइल हमले किए। इन हमलों में इजराइल की सबसे बड़ी तेल रिफाइनरी और वेइजमैन इंस्टीट्यूट जैसे अहम ठिकाने तबाह हुए। ईरानी मीडिया के मुताबिक, इन हमलों में 224 लोग मारे गए और 1277 घायल हुए।

वहीं, इजराइल ने भी जवाबी कार्रवाई में तेहरान में IRGC के हेडक्वार्टर्स और ईरान के स्टेट ब्रॉडकास्टिंग बिल्डिंग को निशाना बनाया। एक हमले में ईरानी न्यूज एंकर लाइव ब्रॉडकास्ट के दौरान बाल-बाल बचीं। इजराइल ने दावा किया कि उसने ईरान के एक तिहाई मिसाइल लॉन्चर नष्ट कर दिए और तेहरान के ऊपर हवाई प्रभुत्व हासिल कर लिया।

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