तेल अविव: मिडिल ईस्ट में जारी तनाव के बीच इजराइल ने रूस और तुर्किए पर गंभीर आरोप लगाए हैं। इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने एक इंटरव्यू में कहा कि लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकानों से रूस के हथियार मिले हैं, जबकि तुर्किए पर हमास को मदद देने का आरोप लगाया गया है।
नेतन्याहू का बयान
नेतन्याहू ने फ्रांसीसी अखबार “ली फिगारो” से बातचीत में कहा कि 2006 के यूएन सुरक्षा परिषद के रिजोल्यूशन के तहत, लेबनान की सेना को केवल लितानी नदी के दक्षिण में हथियार रखने की अनुमति है। उन्होंने बताया कि हिजबुल्लाह ने लेबनान में कई सुरंगे बना रखी हैं और इन सुरंगों से रूसी हथियार बरामद हुए हैं।
चीन और रूस के एंटी-टैंक हथियार
वॉशिंगटन पोस्ट के अनुसार, इजराइली अधिकारियों ने बताया कि हाल ही में इजराइली सेना की रेड में लेबनान में चीन और रूस के बनाए एंटी-टैंक हथियार मिले हैं। हालांकि, इस पर इजराइली सेना ने किसी भी सवाल का जवाब नहीं दिया।
तुर्किए की भूमिका पर सवाल
इजराइल में एक आत्मघाती बम विस्फोट की कोशिश की जांच में यह बात सामने आई है कि हमास के ऑपरेशन की योजना तुर्किए में बनी थी। इजराइली पुलिस और खुफिया एजेंसी शिन बेत ने आरोप लगाया है कि हमले की साजिश NATO के सदस्य देश तुर्किए में हमास के मुख्यालय से बनाई गई थी। इस हमले के आरोपी ने तेल अवीव में आत्मघाती बम विस्फोट करने की कोशिश की थी, लेकिन विस्फोटक में धमाका पहले ही हो गया था।
हमले की साजिश का पर्दाफाश
इजराइली पुलिस और शिन बेत ने अगस्त में आत्मघाती बम विस्फोट की कोशिश की जांच पूरी कर ली है। पुलिस का कहना है कि इस हमले की साजिश तुर्किए में हमास के हेडक्वार्टर में बनाई गई थी। इस मामले में आठ संदिग्ध आतंकियों के खिलाफ आरोप दायर किया जाएगा। इजराइली अधिकारियों ने नबलूस में हमले के लिए इस्तेमाल होने वाले दो बम भी जब्त किए हैं।
इस मामले में शामिल एक आरोपी, अबादा बिलाल, तुर्किए में हमास के हेडक्वार्टर का वरिष्ठ अधिकारी है और उसे इस साजिश का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है। इजराइल के अधिकारियों का कहना है कि वह इस हमले की योजना में शामिल अन्य आतंकियों के संपर्क में था।