पटना में बोले जेपी नड्डा, कहा- नीतिश के नेतृत्व में बनेगी NDA सरकार

जेपी नड्डा ने किया कार्यकर्ताओं को संबोधित

बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद जेपी नड्डा पहली बार बिहार की राजधानी पटना पहुंचे। जहां उन्होंने बीजेपी कार्यालय का उद्घाटन किया साथ ही बीजेपी के कार्यकर्ताओं को भी संबोधित किया।

बिहार के आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर जेपी नड्डा ने कहा  कि बिहार की तस्वीर पिछले पांच साल में बदली है और आने वाले नवंबर के विधानसभा चुनाव में नीतीश जी के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बने इसके लिए हमें पूरी ताकत लगानी है। उन्होंने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि एक बात ध्यान में रखें कि जीत हमारी है।

नड्डा ने कहा कि ‘देश में करीब 2,500 राजनीतिक दल हैं। 59 दलों को चुनाव आयोग की मान्यता प्रदेश स्तर पर मिली है, सात दलों को राष्ट्रीय दल की मान्यता मिली है।

 

अन्य सभी पार्टियां वंशवाद के आधार पर चलती हैं, सिर्फ भाजपा ही ऐसी पार्टी है, जहां पार्टी ही परिवार है। कांग्रेस के पास कई बार पूर्ण बहुमत आया, लेकिन कभी ये अनुच्छेद 370 को हटाने की हिम्मत नहीं कर सके। आपने 303 सांसदों के साथ नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाया। एक ही झटके में उन्होंने धारा 370 धाराशाही कर दिया।’

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अनुच्छेद 370 और 35ए पर उन्होंने कहा कि पहले जम्मू-कश्मीर में वाल्मीकि का बेटा कोई सरकारी नौकरी ज्वाइन नहीं कर सकता था। अगर वो ज्वाइन सकता था तो सिर्फ सफाई कर्मचारी के तौर पर। अब अनुच्छेद 370 और 35A हटने के बाद अब वाल्मीकि का बेटा भी जज, डॉक्टर, अफसर और इंजीनियर बन सकेगा। वेस्ट पाकिस्तान से भारत आकर मनमोहन सिंह जी, लाल कृष्ण आडवाणी जी, आई के गुजराल जी प्रधानमंत्री और उप प्रधानमंत्री बने। लेकिन वहां से जम्मू कश्मीर में बसने वाला काउंसलर का चुनाव भी नहीं लड़ सकता था। ये अनुच्छेद 370 के कारण था।

उन्होंने कहा, ‘370 समाप्त होने के बाद, आजादी के बाद पहली बार जम्मू-कश्मीर में  BDC का चुनाव हुआ। 310 सीटों पर चुनाव हुए और भाजपा को 80 सीटें मिलीं, कांग्रेस को 1 सीट मिली। पुलवामा में 85 प्रतिशत, शोपिया में 86 प्रतिशत और श्रीनगर में 100 प्रतिशत वोट पड़े। शोपियां में भाजपा के प्रत्याशी को जीत मिली। जब हमने सती प्रथा, दहेज प्रथा, बाल विवाह को कानूनी रूप से बंद किया, हमने कानून से महिलाओं को संपत्ति पर बराबर अधिकार दिया। तब मुस्लिम महिलाओं पर तलवार की तरह लटकता तीन तलाक को हटाना भी जरूरी था। मोदी सरकार की इच्छा शक्ति के कारण ही तीन तलाक कानूनी तौर पर बैन हो सका।’

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