विदेश मंत्री एस जयशंकर (S.Jaishankar) ने ईरान के नए राष्ट्रपति इब्राहीम रईसी (Ebrahim Raisi) से शुक्रवार को भेंट की और द्विपक्षीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा की. यह एक महीने में दोनों नेताओं की यह दूसरी बैठक है. एक दिन पहले ही रईसी ने देश के राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ली. इससे पहले जयशंकर ने रूस जाने के क्रम में ईरान की राजधानी में रूककर रईसी से सात जुलाई को मुलाकात की थी.
जयशंकर ने ट्वीट किया, ‘‘राष्ट्रपति इब्राहीम रईसी के पद संभालने के बाद उनसे आत्मीय भेंट की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से व्यक्तिगत रूप से दी गई शुभकामनाओं से उन्हें अवगत कराया. जयशंकर रईसी के शपथ ग्रहण समारोह में भारत के प्रतिनिधि के रूप में शामिल हुए थे. ईरान के सर्वोच्च धार्मिक नेता आयतुल्लाह अली खामनेई के करीबी एवं न्यायपालिका के पूर्व प्रमुख इब्राहीम रईसी ने बृहस्पतिवार को देश के नए राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली.
जून में राष्ट्रपति चुनाव में कट्टरपंथी रईसी ने शानदार जीत दर्ज की थी. जयशंकर ने कहा, ‘‘हमारे बीच के द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने की उनकी प्रतिबद्धता जाहिर थी. हमारे क्षेत्रीय हितों में समान दिलचस्पी भी स्पष्ट नजर आ रही थी.’’ विदेश मंत्री ने कहा कि वह रईसी की टीम के साथ काम करने को उत्सुक हैं. रईसी से जयशंकर की मुलाकात अफगानिस्तान में बदतर होते हालात के मद्देनजर और भी महत्वपूर्ण हो जाती है क्योंकि रूस के साथ-साथ ईरान भी अफगान शांति प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है.
ईरान के सर्वोच्च धार्मिक नेता अयातुल्लाह अली खामनेई के करीबी इब्राहिम रईसी ने गुरूवार को देश के नए राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली. इसके साथ ही इस्लामी गणराज्य की सभी शाखाओं में अब कट्टरपंथियों का प्रभुत्व कायम हो गया है. पूर्व न्यायपालिका प्रमुख रईसी ने क्षेत्रीय तनाव के बीच संसद में एक समारोह के दौरान राष्ट्रपति पद की शपथ ग्रहण की. वह पश्चिमी देशों के प्रति अपने अविश्वास के लिए जाने जाते हैं.