अब जमातियों से ब्लड डोनेट करने की अपील करने लगा है मौलाना साद

नई दिल्ली। देश में बढ़ते कोरोना वायरस के तेजी से बढ़ते मामलों के पीछे तब्लीगी जमात का दिल्ली में हुये मरकज की बड़ी भूमिका रही है। लॉक डाउन के बावजूद ऐसे कार्यक्रम के आयोजन से हालात और बदतर हो गये हैं। जमात का मुखिया मौलाना साद दिल्ली पुलिस के निशाने पर है। उसके खिलाफ तमाम गंभीर धाराओं में मुकदमे दर्ज हैं और वो दिल्ली पुलिस से भागा-भागा फिर रहा है। किसी वक़्त कोरोना से मौत के लिए सबसे बेहतर जगह बताने वाले मौलाना साद के तेवर लगातार ढीले पड़ रहे हैं, कानूनी शिकंजा कसने के बाद अपने अनुयायियों को प्रशासन के सहयोग की नसीहतें देना उसने आडियो संदेशों के जरिये देना शुरू कर दी थीं -तो अब, मौलाना ने जमात के लोगों से अपील कि है कि ऐसे पॉज़िटिव जमाती जो इलाज के बाद अब ठीक हो गए हैं वो दूसरों के प्लाज़्मा ट्रीटमेंट के लिए अपना ब्लड डोनेट करें।

एक संदेश जारी करते हुये उसने कहा कि कोरोना से बचाव जरूरी है। आप सभी लोगो सरकार का साथ दें। भूखे लोगों को भोजन उपलब्ध कराएं। यही नहीं मौलाना ने कहा कि अपनी क्षमता के मुताबिक लोगों की मदद करें। हम सभी को मिलकर इंसानियत को बचाना है।

कोरोना से ठीक हुए जमाती अपना प्लाजमा डोनेट करें

इसके साथ ही मौलाना साद ने कहा है कि जमातियों का भी टेस्ट हो रहा है। वो इसमें सहयोग करें। इसके साथ ही उसने कहा कि जितने जमातियों का टेस्ट हुआ उसमें कई निगेटिव आए हैं और कुछ लोग पॉजिटिव हैं, जिनका इलाज किया गया। वे अब ठीक हो चुके हैं और क्वारंटाइन में हैं। वो अपना प्लाजमा यानी खून डोनेट करें ताकि दूसरे मरीजों का इलाज हो सके।

क्या है प्लाज़्मा ट्रीटमेंट

आपको बता दें कि कोरोना संक्रमितों के इलाज में प्लाज़मा थेरेपी का भी इस्तेमाल किया जा रहा है। इंसान के खून में 55 फीसदी प्लाज़मा होता है, जो मरीज़ इलाज के बाद ठीक हो जाते हैं उनके खून में कोरोना वायरस से लड़ने की ताकत आ जाती है। जिसे एंटीबॉडीज़ कहते हैं- डॉक्टरों ने पाया है कि ठीक हुए मरीज़ के खून से प्लाज़मा निकाल कर अगर संक्रमित व्यक्ति के खून में इंजेक्ट कर दिया जाए तो संक्रमित व्यक्ति को इन एंटी बॉडीज़ का लाभ मिलाने लगता है। प्रतिरोधक क्षमता बढ़ने की वजह से वो कोरोना को मात दे देता है।

उसने आगे कहा कि अल्लाह के आदेश पर इंसानियत के लिए काम करे। प्लाजमा को डोनेट करने के लिए आगे आए। पढिये मौलाना साद ने आखिर क्या कहा…

गौरतलब है कि पिछले महीने दिल्ली के निजामुद्दीन में तब्लीगी जमात का एक मरकज हुआ था। ये इलाका देश में कोरोना का बड़ा हॉटस्पॉट बना था। देश के कई राज्यों से आए जमाती इस कार्यक्रम में शामिल हुए थे, जिनमें से हजारों की संख्या में कोरोना संक्रमित पाए गए। कई राज्यों में तब्लीगी जमात से जुड़े लोग कोरोना संक्रमित पाए गए। देश में अबतक कोरोना के जितने भी मामले सामने आ रहे हैं उनमे ज्यादातर जमाती हैं।

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