केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार, 21 सितंबर को जम्मू में एक रैली के दौरान महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं। उन्होंने कहा कि ईद और मुहर्रम के मौके पर यहां के लोगों को साल में दो बार मुफ्त गैस सिलेंडर दिए जाएंगे। यह घोषणा जम्मू-कश्मीर के विकास और कल्याण के प्रति केंद्र सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
तीन परिवारों का शासन खत्म करने का समय
अमित शाह ने जनसभा में स्पष्ट किया कि यह चुनाव जम्मू-कश्मीर में अब्दुल्ला, मुफ्ती और नेहरू-गांधी परिवारों के शासन का अंत करने वाला है। उन्होंने कहा कि इन परिवारों ने पिछले 90 सालों में यहां आतंकवाद फैलाया है। अमित शाह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने जम्मू-कश्मीर से आतंकवाद को खत्म करने में सफलता हासिल की है और यहां के युवाओं को लैपटॉप प्रदान किया है, न कि पत्थर।
आरक्षण और युवाओं के लिए विशेष योजनाएं
अमित शाह ने यह भी कहा कि मोदी सरकार ने OBC, पिछड़ों, गुर्जर बकरवाल और पहाड़ियों को आरक्षण दिया है। उन्होंने बताया कि जब उन्होंने आरक्षण का बिल पेश किया था, तब फारूक अब्दुल्ला की पार्टी ने इसका विरोध किया था। शाह ने वादा किया कि उनकी सरकार गुर्जर भाइयों के आरक्षण को कम नहीं करेगी और पहाड़ियों को भी आरक्षण दिया जाएगा।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस का आरोप है कि बीजेपी आरक्षण खत्म करेगी, जबकि उनकी सरकार इसे और बढ़ाने का काम कर रही है।
महिलाओं के लिए विशेष वित्तीय सहायता
गृह मंत्री ने यह घोषणा की कि महिलाओं के खातों में 18 हजार रुपये भेजे जाएंगे। इसके अलावा, उन्होंने कहा कि लोगों को 500 यूनिट बिजली मुफ्त मिलेगी। ये सभी योजनाएं जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए काफी महत्वपूर्ण हैं और इससे स्थानीय निवासियों के जीवनस्तर में सुधार होगा।
अमित शाह के द्वारा किए गए इन वादों ने निश्चित रूप से जम्मू-कश्मीर के लोगों में उम्मीद की एक नई किरण जगाई है। ये घोषणाएं न केवल चुनावी राजनीति का हिस्सा हैं, बल्कि यह भी दर्शाती हैं कि केंद्र सरकार क्षेत्र के विकास के लिए गंभीर है।