जम्मू-कश्मीर में चुनावी माहौल गरमाया हुआ है। आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद यह पहला चुनाव है, और इस बीच बयानबाजी का सिलसिला तेज हो गया है। हाल ही में नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने आतंकी अफजल गुरु के मामले को लेकर सवाल उठाए थे। अब इस पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जोरदार जवाब दिया है।
उमर अब्दुल्ला ने कहा था कि अफजल गुरु की फांसी की प्रक्रिया पारदर्शी नहीं थी। इस पर राजनाथ सिंह ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए पूछा, “क्या सुप्रीम कोर्ट से सजा पाए आतंकी को माला पहनाना चाहिए था?” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि नेशनल कॉन्फ्रेंस आतंकियों के प्रति सहानुभूति दिखाती है।
आर्टिकल 370 को लेकर भी राजनाथ सिंह ने बयान दिया। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने जो निर्णय लिया, वह देशहित में है और इससे जम्मू-कश्मीर में काफी सुधार हुआ है। पीडीपी और नेशनल कॉन्फ्रेंस आर्टिकल 370 को फिर से लागू करने का वादा कर रहे हैं, लेकिन राजनाथ सिंह ने कहा कि ये लोग जम्मू-कश्मीर के लोगों को फिर से पीछे ले जाना चाहते हैं।
राजनाथ सिंह ने यह भी बताया कि आर्टिकल 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में 5 साल में 40,000 नई नौकरियां मिली हैं और रोजगार के मौके बढ़े हैं। भविष्य में स्थिति और बेहतर होने की उम्मीद जताई।
पीओके को लेकर भी उन्होंने स्पष्ट रुख अपनाया। राजनाथ सिंह ने कहा कि पीओके भारत का हिस्सा है और इसके लिए हम जान देने को भी तैयार हैं।
इस तरह, चुनावी प्रचार के दौरान जम्मू-कश्मीर में राजनीति और सुरक्षा के मुद्दों पर तीखी बहस जारी है।