जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव 2024 के प्रचार ने जोर पकड़ लिया है। नेताओं के बीच एक-दूसरे पर हमले और बयानबाजियों का दौर जारी है। सोमवार, 16 सितंबर 2024 को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने किश्तवाड़ में एक चुनावी सभा को संबोधित किया और विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा।
आतंकवाद पर अमित शाह की तीखी टिप्पणी
अमित शाह ने अपनी जनसभा में नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) और कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वे जम्मू-कश्मीर में ‘अपने परिवार की सरकार’ बनाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन दलों के सत्ता में आने पर आतंकवाद को बढ़ावा मिलेगा। शाह ने विशेष रूप से उमर अब्दुल्ला और राहुल गांधी पर हमला करते हुए कहा कि ये लोग राज्य में आतंकवाद को फिर से बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं।
अमित शाह ने दावा किया कि भाजपा की सरकार आतंकवाद को पूरी तरह से नष्ट कर देगी। उन्होंने कहा, “कांग्रेस और एनसी की सरकार आने पर आतंकवाद को फिर से भड़काने की कोशिश की जाएगी। लेकिन हम वचन देते हैं कि आतंकवाद को पूरी तरह से पाताल में दफन कर देंगे। हमारा संकल्प है कि आतंकवाद को इस हद तक दफनाया जाएगा कि वह कभी लौट न सके।”
भविष्यवाणी और आश्वासन
अमित शाह ने यह भी भविष्यवाणी की कि अगर कांग्रेस और एनसी सत्ता में आती हैं, तो जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद की समस्या और गंभीर हो जाएगी। उन्होंने अपने संबोधन में विश्वास दिलाया कि उनकी सरकार आतंकवाद के खिलाफ कड़े कदम उठाएगी और राज्य में शांति बहाल करेगी।
विपक्ष पर कटाक्ष
अमित शाह ने विपक्षी नेताओं पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वे जम्मू-कश्मीर में विकास और सुरक्षा के नाम पर केवल झूठे वादे कर रहे हैं। उन्होंने यह भी जोड़ा कि भाजपा सरकार ने पहले ही कई मोर्चों पर आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई की है और भविष्य में भी ऐसा ही जारी रहेगा।
जम्मू-कश्मीर में चुनाव प्रचार में इस तरह के तीखे बयानों से राजनीतिक माहौल गरमाया हुआ है। जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं, राजनीतिक दल अपने-अपने मुद्दों को लेकर जनता को लुभाने की कोशिश कर रहे हैं।