नई दिल्ली: आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर पर शिकंजा कसने की भारत हर मुमकिन कोशिश जारी है. उसके खिलाफ संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में बुधवार यानी आज को एक प्रस्ताव लाया जाएगा. 1267 अलकायदा अलकायदा प्रतिबंध समिति में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) के किसी भी सदस्य द्वारा कोई आपत्ति नहीं जताई गई तो आज दोपहर 3 बजे तक उसपर प्रतिबंध लगाया जा सकता है.
UNSC की 1267 कमेटी की तरफ से मसूद अजहर को ग्लोबल टेररिस्ट घोषित करने के लिए प्रस्ताव लाए जाने से पहले चीन ने सोमवार को कहा कि इस मामले पर केवल बातचीत के जरिए ही ‘एक जिम्मेदार समाधान’ निकल सकता है. हालांकि मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित करने के लिए भारत और UNSC के दूसरों सदस्यों की तरफ से लाए गए प्रस्तावों पर चीन अब तक तीन बार रोड़े अटका चुका है.
बता दें, UNSC में 5 स्थायी सदस्य (अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, रूस और चीन) हैं. स्थायी सदस्यों के पास किसी भी प्रस्ताव को वीटो करने का अधिकार होता है. UNSC में 10 सदस्य अस्थायी होते हैं, जिनका कार्यकाल 2 साल का होता है.
पुलवामा हमले के बाद अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस ने मसूद अजहर को ग्लोबल टेररिस्ट घोषित कराने के लिए UNSC में प्रस्ताव दिया था. 1267 कमेटी की तरफ से अगर मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित कर दिया जाता है तो उसे कई तरह के प्रतिबंधों का सामना करना पड़ेगा.
आपको बता दें कि UNSC की 1267 कमेटी के प्रतिबंधों में संपत्ति की जब्ती, यात्रा पर प्रतिबंध और हथियारों पर प्रतिबंध शामिल होते हैं. संयुक्त राष्ट्र के सभी सदस्यों को इन प्रतिबंधों को अनिवार्य रूप से लागू करना होता है.