अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर हो सकता है दुनिया का चौथा सबसे बड़ा एयरपोर्ट
नोएडा: दिल्ली के पास ग्रेटर नोएडा में बनने वाले विश्व के चौथे सबसे बड़े जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट का नाम पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर हो सकता है. दरअसल, जहां बीजेपी कार्यकर्ता इसकी मांग कर रहे हैं तो वहीं पार्टी के कई बड़े नेता भी ऐसी ही मंशा जाहिर कर रहे हैं. गौरतलब, है कि जेवर एयरपोर्ट दुनिया का चौथा सबसे बड़ा और भारत का सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा.
महेश शर्मा कह चुके हैं ये बात
पिछले दिनों केंद्रीय मंत्री और गौतमबुद्धनगर से सांसद महेश शर्मा ने कहा था कि जेवर के ग्रामीणों ने भी आग्रह किया है कि एयरोपोर्ट का नाम अटल बिहारी वाजपेयी के नाम कर दिया जाए. हालांकि, इस पर अभी फैसला नहीं हुआ है. उन्होंने ये भी कहा कि मुझे विश्वास है कि जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट का शिलान्यास दिसंबर के आखिरी हफ्ते या जनवरी के पहले हफ्ते में हो जाएगा, जिसके लिए हमने पीएम से बात की है. हम चाहेंगे कि प्रधानमंत्री जी के हाथों ही जेवर एयरपोर्ट का शिलान्यास हो.
ये हैं खासियतें
दिल्ली में स्थित इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट का एरिया जेवर एयरपोर्ट का लगभग आधा है. आईजीआई एयरपोर्ट का क्षेत्रफल 2066, नवी मुंबई में बनने जा रहे एयरपोर्ट का क्षेत्रफल 2320 हेक्टेयर है, जबकि जेवर एयरपोर्ट 5 हजार हेक्टेयर में बनेगा. जेवर एयरपोर्ट से विमान सेवाओं का संचालन 2023-24 में शुरू होने की उम्मीद है. अनुमान है कि यहां से शुरूआत में 8 करोड़ सालाना यात्री हवाई यात्रा कर सकते हैं, वहीं यहां से 2050 तक सालाना 20 करोड़ यात्री उड़ान भर सकेंगे.
चीन भी नहीं ठहरता कहीं
वहीं मौजूदा समय में आईजीआई एयरपोर्ट से सालाना 6 करोड़ यात्री यात्रा करते हैं, जिसकी 2022-23 तक अधिकतम संख्या सालाना 10 करोड़ होने का अनुमान है. उसके बाद यहां से यात्रियों की संख्या बढ़ाने की गुंजाइश समाप्त हो जाएगी. इस मामले में हमारा पड़ोसी देश चीन भी कहीं नहीं ठहरता. जबकि, सऊदी अरब और अमेरिका के 2 एयरपोर्ट के बाद जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट का नंबर होगा.