झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने ईडी के समक्ष प्रस्तुत होने से पूर्व आदिवासी वाला पत्ता फेंक दिया है। प्रवर्तन निदेशालय द्वारा सवाल-जवाब किए जाने से एक दिन पूर्व बुधवार यानी 16 नवंबर को ,मुख्यमंत्री ने कहा कि आपको निर्धारित करना है कि इस प्रदेश में षडयंत्रकारियों का राज चलेगा या आदिवासियों समुदाय का। सीएम ने अपने आवास पर एक संबोधन में बोले, ‘आपको तय करना है कि इस राज्य में षड्यंत्रकारियों का राज चलेगा या यहां के आदिवासियों का। हमें सत्ता से बेदखल करने के लिए ये लोग लगे हुए हैं, इन्हें पता है कि अगर मैं 5 साल तक यहां टिक गया तो आदिवासियों को मजबूत कर दूंगा।’
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि, जो लोग बाहर से आकर यहां सियासत करते हैं उन्हें मैं बाहर कर दूंगा।’ अवैध खनन केस में सोरेन को प्रवर्तन निदेशालय ने आज यानी 17 नवंबर को सवाल जवाब के लिए तलब है। इससे पूर्व राजधानी रांची में सीएम आवास पर UPA के MLAs की मीटिंग हुई। सभी विधायकों को राजधानी में ही रहने को कहा गया हैं।
प्रदेश में सत्तारूढ़ JMM ने बड़ी रैली और विरोध प्रदर्शन करने की तैयारी में है। इससे पूर्व मंगलवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने केंद्रीय एजेंसी के समक्ष प्रस्तुत होने के लिए 16 नवंबर की डेट मांगी थी जिसे प्रवर्तन निदेशालय ने रद्द कर दिया था तथा उन्हें निर्धारित वक्त पर 17 नवंबर को ही केंद्रीय एजेंसी के सामने पेश होने को कहा था।
J'khand: JMM workers gather in support of CM Hemant Soren at Morabadi ground
"CM is doing good work so he is being trapped," says a supporter
"Modi govt always betrays non-BJP states.Our CM said if he's guilty he should be arrested,still ED sent summon," says another supporter pic.twitter.com/EDJyf5Xw2s
— ANI (@ANI) November 17, 2022