अमेठी में एक ही दलित परिवार के चार लोगों की हत्या की घटना ने सभी को चौंका दिया है। केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने इस घिनौनी घटना पर दुख व्यक्त करते हुए उत्तर प्रदेश सरकार से दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की अपील की। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि इस तरह की निर्मम हत्या समाज के लिए चिंताजनक है और सरकार को अपराधियों में खौफ पैदा करने के लिए तुरंत कदम उठाने चाहिए।
पीड़ित परिवारों के लिए राहत की मांग
जीतन राम मांझी ने पीड़ित परिवारों को सरकारी नौकरी और अन्य उचित राहत प्रदान करने की भी मांग की। उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में पीड़ितों को मदद पहुंचाना सरकार की जिम्मेदारी है। इस दौरान, उन्होंने विपक्ष पर भी तंज कसते हुए कहा कि जब योगी जी की सरकार एक्शन ले तो उन्हें विलाप नहीं करना चाहिए।
घटना का विवरण
इस दिल दहला देने वाली घटना में अमेठी के एक दलित परिवार के चार सदस्यों को गोली मारी गई। कातिलों ने घर में घुसकर शिक्षक सुनील कुमार, उनकी पत्नी पूनम और उनके दो बच्चों को बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, सुनील को तीन गोलियां, पूनम को दो गोलियां और दोनों बच्चों को एक-एक गोली लगी थी। यह घटना समाज में भय का माहौल पैदा कर रही है।
एक्स्ट्रा मैरिटेल अफेयर का कनेक्शन
पुलिस के अनुसार, इस हत्याकांड का संबंध एक एक्स्ट्रा मैरिटेल अफेयर से है। मृतक शिक्षक सुनील की पत्नी पूनम का आरोपी चंदन वर्मा के साथ अफेयर था। सुनील को इसकी जानकारी थी और उसने अपनी पत्नी को चंदन से दूर रहने की सलाह दी थी। इस विवाद के चलते पूनम ने चंदन के खिलाफ पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई थी।
मुख्य आरोपी फरार
अमेठी हत्याकांड का मुख्य आरोपी चंदन वर्मा अभी फरार है, और उसके परिवार का कोई भी सदस्य मौके पर नहीं मिला। आरोपी का घर ताला लगा हुआ है, जिससे उसकी गिरफ्तारी में मुश्किलें आ रही हैं। चंदन वर्मा रायबरेली का रहने वाला था, और मृतक दलित परिवार भी वहीं का निवासी था।