उत्तराखंड के जोशीमठ में भू -धंसाव हो रहा है। यहां के लोगों के बीच इसे लेकर काफी डर का माहौल है। शहर में मिट्टी में भूस्खलन के कारण सुनील वार्ड, मनोहर बाग वार्ड और गांधी वार्ड सहित सैकड़ों घरों में दरारें आ गईं हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए सीएम पुष्कर सिंह धामी ने स्थानीय लोगों के पुनर्वास के लिए तत्काल कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। यहां SDRF की टीम उपस्थित है और पूरी गतिविधि पर नजर रखे हुए हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, सैंकड़ों घरों के अतिरिक्त मारवाड़ी स्थित जेपी ग्रुप की रिहायशी कॉलोनी पर भी खतरा मंडराने लगा है। जेपी कैंपस में कुछ ढांचों की दीवार से पानी रिस रहा है। डरे सहमे कई लोग अपने घरों को छोड़कर चले गए हैं। वहीं, प्रशासन द्वारा लोगों को नगर निगम भवनों, गुरुद्वारों और स्कूलों में भी शिफ्ट किया जा रहा है।
गौरतलब है कि जोशीमठ शहर चमोली जनपद में 6,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। कहा जाता है कि यह कई भूस्खलन के बाद जमा हुए मलबे पर बसा (Joshimath Land Sinking) शहर है। यह शहर बद्रीनाथ और हेमकुंड साहिब के मार्ग पर है, इसलिए टूरिस्ट की सुविधाओं को देखते हुए कई होटल और होमस्टे का निर्माण यहां किया गया है।