उत्तराखंड के जोशीमठ में भू-धंसाव को लेकर मंथन का दौर जारी है. सूबे के सीएम पुष्कर सिंह धामी की इमरजेंसी मीटिंग राजधानी देहरादून में चल रही है. इस आपात बैठक में कई महत्वपूर्ण मसलों पर निर्णय लिया जा सकता है. जोशीमठ के लोग भू-धंसाव को लेकर डरे, सहमे हुए हैं और अपने पुश्तैनी घरों को छोड़ रहे हैं. जोशीमठ के प्रभावित लोगों को राहत पैकेज दिए जाने की स्थिति अभी तक साफ नहीं हो पाई है. किस तरह से और कितना मुआवजा प्रभावित परिवारों को दिया जाएगा, इस पर निर्णय लेने के लिए धामी की अगुवाई में सचिवालय में 12 बजे मंत्रीमंडल की आपात बैठक शुरू हुई.
इस मीटिंग में तमाम मंत्रियों के साथ ही चीफ सेक्रेट्री सहित आला अफसर भी उपस्थिति हैं. यही नहीं, कैबिनेट मीटिंग में आपदा प्रभावितों के पुनर्वास के साथ ही ज्यादा से ज्यादा मुआवजा दिए जाने और पर्वतीय इलाकों में उपस्थित प्राधिकरण को लेकर भी महत्वपूर्ण फैसला लिए जा सकता हैं.
जोशीमठ में जटिल होते हलाताओं को देखते हुए सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस बात पर जोर दिया कि राज्य में जोशीमठ जैसे अन्य इलाकों के भी सर्वेक्षण कराए जाएंगे जिसके लिए एक विशेषज्ञों की समिति भी गठित की जा सकती है. समिति खासकर जोशीमठ शहर की तरह ही पर्वतीय इलाकों में मौजूद गांव और कस्बों का सर्वेक्षण करेगी.
साथ ही इस बात का पता लगाया जाएगा कि कहीं इन इलाकों में भी क्षमता से ज्यादा निर्माण कार्य तो नहीं हुए हैं या फिर क्षमता से ज्यादा लोग वहां रह तो नहीं रहे हैं. कुल मिलाकर जोशीमठ सहित प्रदेश की नजरें आज आपात कैबिनेट की मीटिंग पर टिकी हुई हैं.