देहरादून: विश्व प्रसिद्ध धाम केदारनाथ के कपाट गुरुवार को वैदिक मंत्रोच्चारण व विधि-विधान के साथ आम श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए जाएंगे। कपाट खोलने को लेकर बद्री-केदार मंदिर समिति एवं प्रशासन ने लगभग सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। मंगलवार को भोले बाबा की चल उत्सव विग्रह डोली गौरीकुंड से चल कर दोपहर बाद लगभग तीन बजे केदारनाथ धाम पहुंच गयी।
अब छह माह तक यहीं पर सुबह व शाम की पूजा अर्चना संपन्न होगी। बुधवार को केदारपुरी पहुंचने पर वहां उपस्थित भक्तों ने बाबा की डोली का पुष्पवर्षा एवं अक्षत से जोरदार स्वागत किया। नौ मई को सुबह केदारनाथ धाम के कपाट आम श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए जाएंगे। इससे पूर्व बुधवार सुबह आठ बजे गौरीकुंड में मुख्य पुजारी ने भोले बाबा की विशेष पूजा अर्चना कर भोग लगाया।
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इस दौरान गौरी गांव एवं गौरीकुंड के स्थानीय भक्तों ने बाबा केदार के दर्शन कर आशीर्वाद लिया। बाबा केदार की डोली अपने अंतिम पड़ाव स्थल के लिए रवाना होते समय भक्तों के जयकारों से क्षेत्र का पूरा वातावरण शिवमय हो उठा। डोली की अगुवाई 10 जम्मू व कश्मीर रेजीमेंट के बैंड ने की।
डोली के साथ मुख्य पुजारी केदार लिंग, मंदिर समिति के कार्याधिकारी एनपी जमलोकी, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी राजकुमार नौटियाल, डोली प्रभारी यद्धवीर पुष्पवाण, केदारनाथ नगर पंचायत स्थायी समिति के पूर्व अध्यक्ष श्रीनिवास पोस्ती, वेदपाठी यशोधर मैठाणी, वेदपाठी विश्वमोहन जमलोकी समेत सैकड़ों भक्त बड़ी संख्या में मौजूद थे।