कर्नाटक में कांग्रेस सरकार के सीएम सिद्धारामैया सरकार ने स्कूल-कॉलेजों में हिजाब पहनने पर लगे बैन को हटाने का एलान किया है। सिद्धारामैया ने तुरंत बैन हटाने का आदेश अफसरों को दिया है। मैसुरु में एक जनसभा में सीएम सिद्धारामैया ने कहा कि लड़कियों को अपने कपड़े चुनने का हक है। वे अपनी मर्जी के हिसाब से कुछ भी पहन सकती हैं। सिद्धारामैया ने कहा कि हिजाब पर अब कोई प्रतिबंध नहीं है और महिलाएं हिजाब पहनकर कहीं भी जा सकती हैं। उन्होंने कहा कि आप कैसे कपड़े पहनते हैं और क्या खाते हैं, ये आपकी च्वॉइस है। सीएम ने कहा कि आप जो चाह पहनिए और खाइए। मैं धोती पहनता हूं। आप शर्ट-पैंट पहनते हैं। इसमें गलत क्या है। सिद्धारामैया ने इसके साथ ही बीजेपी पर लोगों को पहनावे और जाति के आधार पर बांटने का आरोप भी लगाया।
कर्नाटक में हिजाब का विवाद जनवरी 2022 में शुरू हुआ था। तब उडुपी के एक सरकारी कॉलेज में मुस्लिम लड़कियों को हिजाब पहनकर नहीं घुसने दिया गया था। स्कूल प्रबंधन ने इसे ड्रेस कोड के खिलाफ बताया था। मुस्लिम लड़कियों ने इस रोक का विरोध किया था। फिर ये विवाद फैला और हिंदू संगठन से जुड़े छात्रों ने भगवा शॉल पहनकर स्कूल-कॉलेज जाना शुरू किया। इस मामले में हिंसा भी हुई थी। इसके बाद कर्नाटक में तत्कालीन बीजेपी सरकार ने स्कूल और कॉलेज में हिजाब पहनने पर रोक लगा दी थी। जिसके खिलाफ मुस्लिम लड़कियां कर्नाटक हाईकोर्ट गई थीं, लेकिन वहां से उनको राहत नहीं मिल सकी थी। हाईकोर्ट ने कहा था कि हिजाब पहनना इस्लाम का जरूरी हिस्सा नहीं है।
इसके बाद मुस्लिम लड़कियों ने सुप्रीम कोर्ट में अपील की थी। दो जजों की बेंच ने इस पर अलग-अलग फैसला सुनाया था। जिसकी वजह से कर्नाटक हाईकोर्ट का फैसला ही लागू रहा। इसके बाद कर्नाटक में इस साल कांग्रेस की सरकार आई, तब पार्टी के नेताओं ने कहा था कि बीजेपी के दौर में लागू कई नियम और कानून निरस्त किए जाएंगे। इनमें हिजाब पर बैन और गोहत्या विरोधी बिल की बात भी थी। अब हिजाब पर बैन को रद्द करने का एलान सीएम सिद्धारामैया ने किया है।