श्रीनगर: कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) विजय कुमार ने शनिवार को दावा किया कि पुलिस ने श्रीनगर और पुंछ इलाकों में कई जगह छापेमारी कर सामाजिक कार्यकर्ताओं, राजनीतिक नेताओं, सरकारी अधिकारियों और पत्रकारों को धमकी देने वाले एक समूह का भंडाफोड़ कर एक बड़ी सफलता हासिल की है.
पुलिस ने कहा कि किंगपिन सहित पांच लोगों का एक समूह एक ब्लॉग साइट चला रहा था. आईजीपी कश्मीर विजय कुमार ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के व्यापक अभियान में श्रीनगर के सनत नगर और राज बाग, हजरतबल के बटपुरा, पुंछ, जम्मू और पुलवामा के हवाल सहित कई स्थानों पर घरों और संपत्तियों की तलाशी ली गई.
उन्होंने कहा कि तलाशी वारंट के साथ सशस्त्र और पुलिस बलों ने संदिग्ध परिसरों की तलाशी ली और बड़ी मात्रा में सेल फोन, डिजिटल स्टोरेज डिवाइस और कंप्यूटिंग प्लेटफॉर्म बरामद किए. अकेले एक घर में 32 मोबाइल फोन, एक टैबलेट, दो लैपटॉप, चार हार्ड डिस्क स्टोरेज डिवाइस, सात मेमोरी कार्ड और एक डोंगल जब्त किए गए.
आईजीपी ने कहा कि गिरफ्तार किए गए पांच लोगों में सनत नगर से नाजीश यासरब रहमानी और तबीश अकबर रहमानी, राजबाग से सोफी मुहम्मद अकबर, बटपोरा से पीरजादा रफीक मखदूमी, पुंछ से हजरतबल और जावेद खालिद शामिल हैं.
उल्लेखनीय है कि ‘कश्मीरफाईट’ नाम की एक ब्लॉग साइट से एक सफेदपोश आतंकवादी सिंडिकेट द्वारा चलाया जा रहा था जिसका काम सरकारी अधिकारियों, पत्रकारों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, वकीलों, राजनीतिक पदाधिकारियों की हिट सूची तैयार करना था.
आईजीपी ने कहा कि सरगनाओं की गिरफ्तारी और बड़ी संख्या में डिजिटल उपकरणों की खोज और उनमें डेटा के विश्लेषण से यह उम्मीद की जाती है कि पत्रकार सुजात बुखारी, अधिवक्ता बाबर कादरी और व्यवसायी सतपाल निश्चल की हत्या के पीछे की वजह भी सामने आ जाएगी. इस मामले में आने वाले दिनों में और गिरफ्तारियां हो सकती हैं.