श्री केदारनाथ धाम के कपाट बंद होने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। चारधाम यात्रा अपने अंतिम चरण में है। शीतकाल का आरंभ हो चुका है। इसके साथा ही धाम के कपाट को बंद करने की प्रक्रिया भी शनिवार से शुरू हो गई है। बाबा केदार के रक्षक द्वारपाल माने जाने वाले भैरव नाथ के कपाट शनिवार को बंद हो जाएंगे। इससे पहले भकुंट भैरव नाथ की पूजा-अर्चना होगी। इसके पश्चात यज्ञ-हवन किया जाएगा। श्री केदारनाथ धाम का कपाट 15 नवंबर को बंद किया जाएगा।
श्री बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बताया कि केदारनाथ धाम में स्थित बाबा भैरवनाथ जी के कपाट बंद होने के बाद श्री केदारनाथ मंदिर के कपाट बंद होने तक श्री केदारनाथ यात्रा चलती रहेगी। शनिवार दोपहर 12 बजे तक भगवान केदारनाथ के दर्शन होंगे। उसके पश्चात साफ-सफाई के बाद मंदिर दर्शनार्थियों के लिए बंद रहेगा। मंदिर समिति के पुजारी, धर्माचार्य, वेदपाठी, अधिकारीगण और तीर्थ-पुरोहित भैरवनाथ जी के कपाट बंद करने के लिए भैरव शिला प्रस्थान करेंगे। पूजा-अर्चना यज्ञ-हवन के बाद दोपहर 3 बजे श्री भैरवनाथ जी के कपाट शीतकाल के लिए बंद हो जाएंगे।