छत्तीसगढ़ के नए सीएम भूपेश बघेल होंगे. भूपेश को विधयक दल का नेता चुन लिया गया है. भूपेश बघेल का नाम राहुल गांधी ने पहले ही तय कर दिया था. जिसका मैसेज लेकर मल्लिकार्जुन खड़गे छत्तीसगढ़ गए थे . जहां विधायकों को राहुल की राय के बारे में बताया गया. भूपेश बघेल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष हैं. बघेल की संगढ़न पर अच्छी पकड़ मानी जाती है.
छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष @Bhupesh_Baghel जी को प्रदेश का मुख्यमंत्री चुने जाने पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।
आपके कुशल नेतृत्व में प्रदेश ‘गढ़बो नवा छत्तीसगढ़’ की परिकल्पना को जल्द यथार्थ में बदलेगा।#Congratulations pic.twitter.com/ZXuJa6WcpD
— INC Chhattisgarh (@INCChhattisgarh) December 16, 2018
भूपेश बघेल का जन्म 23 अगस्त 1961 को छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के पाटन तहसील में हुआ. कुर्मी वोटर के बीच भूपेस बघेल की अच्छी पैठ है. भूपेश 1985 में कांग्रेस से जुड़े थे. भूपेश 1993 में पाटन से विधायक बने थे. और साल 1998 में उन्हें दिगविजय सिंह सरकार में कैबिनेट मंत्री भी बनाया गया था. साथ ही भूपेश अजित जोगी की सरकार में भी मंत्री रहे है.
भूपेश के पिता का नाम नंद कुमार बघेल है और उनकी माता का नाम विंधेश्वरी बघेल है. भूपेश ने मुक्तेश्वरी बघेल से शागी करी है. मुक्तेश्वरी बघेल हिंदी के प्रसिद्ध लेखक डॉ नरेंद्र देव वर्मा की बेटी है.
लोकसभा का चुनाव लड़ चुके है भूपेश
भूपेश बघेल 1994 से 1995 तक मध्यप्रदेश यूथ कांग्रेस के अघ्यक्ष भी रहे है. भूपेश बघेल को 2003 में एक बार फिर पाटन से चुनाव जीते. लेकिन इस बार उनकी पार्टी हार गई थी. भूपेश को नेता प्रतिपक्ष बनाया गया.साल 2008 में हुए विधानसभा चुनावों में भूपेश चुनाव हार गए. भूपेश ने साल 2008 में लोकसभा का चुनाव भी लड़ा लेकिन वो हार गए. इसके बाद एक बार फिर भूपेश ने साल 2013 में पाटन सीट से चुनाव लड़ा और जीत गए.
भूपेश बघेल मुख्यमंत्री की रेस में अकेले नहीं थे. उन्हें टीएस सिंह देव के कड़ी टक्कर मिल रही थी. लेकिन भूपेश बघेल टीएस सिंह देव से आगे निकल गए. इसके पीछे का कारण माना जाता है कि भूपेश ने विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस पार्टी के अंदर की गुट बाजी को खत्म करने में अहम भूमिका निभाई थी.
भूपेश बघेल की कथित सीडी कांड में गिरफ्तारी भी हो चुकी है. यह सीडी बीजेपी सरकार के एक मंत्री की थी. भूपेश पर इस मामले में आरोपी के साथ कथित संबंध का आरोप भी लगा था.