लोकसभा चुनाव अपने अंतिम दौर में आ चुका है. 1 जून को आखिरी चरण के लिए 8 राज्यों की 57 सीटों के लिए वोटिंग होगी. इसके बाद 4 जून को चुनावी नतीजों की घोषणा की जाएगी. राजनीतिक पार्टियों के लिए नतीजे वाला दिन बहुत ही अहम होने वाला है. चुनावी नतीजों के दिन पीएम मोदी क्या करते हैं उन्होंने एक निजी चैनल को दिए इंटरव्यू में खुद ही इसका खुलासा कर दिया है. 30 मई को आखिरी चरण के लिए चुनावी प्रचार थम जाएगा. चुनाव प्रचार खत्म करके पीएम मोदी अपने अध्यात्मिक यात्रा पर निकल जाएंगे. पीएम कन्याकुमारी में ध्यान लगाएंगे. 30 मई से 1 जून तक वो कन्याकुमारी में ही रहेंगे.
निजी चैनल को दिए इंटरव्यू में जब पीएम मोदी से पूछा गया कि चुनावी नतीजों के दिन वो क्या करते हैं तो उन्होंने कहा कि वो चुनावी नतीजों से दूर रहने के लिए उस दिन बहुत ही सतर्क रहते हैं.
कमरे में किसी की नहीं होती एंट्री
पीएम मोदी ने बताया कि चुनावी नतीजों वाले दिन वो अपने ध्यान और अध्यात्म का समय बढ़ा देते हैं. वो उस दिन अपने कमरे में किसी को एंट्री नहीं देते हैं. चुनावी नतीजों के दिन पीएम मोदी किसी से फोन पर बात भी नहीं करते अगर कोई अति महत्वपूर्ण चीज न हो.
2002 के चुनावी नतीजों का किया जिक्र
सवाल का जवाब देते हुए पीएम मोदी ने साल 2002 का जिक्र किया. उन्होंने कहा- 2001 में मैं मुख्यमंत्री बना. 2002 में चुनाव था. लोग मुझसे कह रहे थे कि आपके लिए जीतना मुश्किल है. मैंने कहा जो होगा देखा जाएगा.
पीएम मोदी ने आगे बताया- मैं अपने कमरे था. फोन बज रहा था लेकिन मैंने उठाया नहीं. करीब 1:30 बजे मेरे घर के बाहर ढोल नगाड़े बजने लगे. फिर मैंने किसी को बुलाया. वो मेरे लिए चिट्ठी लेकर आए और कहा कि साहब पार्टी के वर्कर आए हुए हैं. वो आपसे मिलना चाहता हैं. बधाई देना चाहते हैं.
उन्होंने आगे बताया – 1 से 1:30 बजे की बीच मैंने जाना कि क्या नतीजा आया है. फिर मैंने कहा कि एक अच्छी माला मंगा लो और मिठाई मंगा लो. मैंने पहले केशु भाई पटेल के घर जाऊंगा. मैं उनको माला पहनाऊंगा, उनका मुंह मीठा कराऊंगा. मैं उनके घर गया, माला पहनाई, मिठाई खिलाई तब जाकर मैंने चुनावी जीत का सेलिब्रेशन किया.