जानिए कौन था अब्दुल करीम तेलगी, जो मौत के साल भर बाद स्टांप घोटाले में हुआ बरी

मौत के एक साल बाद स्टेंप पेपर घोटाले के आरोपी अब्दुल करीम तेलगी को बरी कर दिया गया है. नासिक की एक अदलात ने सुबूतों के अभाव में अब्दुल करीम तेलगी को बरी किया है. तेलगी पर से घोटाले के आरोप हटाए गए है. आपको बता दें, अबदुल करीम तेलगी को फर्जी स्टांप पेपर घोटाले में 30 साल की सश्रम कारावास की सजा हुई थी. साथ ही उस पर 202 करोड़ का जुर्माना भी लगाया गया था. अब्दुल करीम तेलगी इस मामले में बेंगलुरु के पाराप्पाना अग्रहारा सेंट्रल जेल में सजा काट रहा था. बीते साल अक्टूबर में उसका निधन हो गया था. उसके शरीर ने काम करना बंद कर दिया था.

जानिए कौन था अब्दुल करीम तेलगी

अब्दुल करीम तेलगी को फर्जी स्टांप पेपर का मास्टरमाइंड माना जाता रहा था. उसका यह नेटवर्क 16 राज्यों में फैला हुआ था. उसको साल 2001 में अजमेर से गिरफ्तार किया गया था. अब्दुल का जन्म साल 1961 में कर्नाटक के खानपुर में हुआ था. अब्दुल के पिता रेलवे कर्मचारी थे. अब्दुल जब बच्चा था तभी से उसके ऊपर परिवार की जिम्मेदारी आ गई थी. उसने रेलवे स्टेशन पर ठेला लगाकर फल बेचे. जैसे तैसे उसने इंटरमीडिएट की पढ़ाई पूरी की. उस समय देश में सब पर दुबई जाने की धुन सवार थी. अब्दुल भी दुबई गया. और सात साल बाद वहां से लौटा. तब तक महाराष्ट्र मायानगरी बन चुकी थी.

फर्जी पासपोर्ट बनाने के जुर्म में पहली बार गया था जेल

1980 का दशक था. अब्दुल ने फर्जी पासपोर्ट बनाने का काम शुरू किया. उसका यह काम चल पड़ा. लेकिन वो पुलिस से ज्यादा दिनों तक बच नहीं पाया. और पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. जेल की यह यात्रा अब्दुल के करियर का टर्निंग पाइंट साबित हुआ. जेल में उसकी मुलाकार एक सख्स से हुई जिसने उसे बताया कि हर्षद मेहता शेयर घोटाले के बाद बाजार में स्टैंप पेपर की कमी हो गई है.

एमबीए पास लोगों कोे लगाया था काम पर

अब्दुल करीम तेलगी ने भारत में स्टांप पेपर घोटाले की पटकथा इसी क्लू के आधार पर लिखी थी. उसने नासिक की सरकारी टकसाल से पुरानी और खारिज हो चुकी मशीनों को नीलामी में खरीदा. इन मशीनों ने काम करना बंद कर दिया था. लेकिन इनसे स्टांप पेपर पर सिक्योरिटी मार्क्स आसानी से छप जाते थे. अब्दुल ने फर्जी स्टांप पेपर छापने के लिए करीब 300 लोगों को नौकरी पर भी रखा था. अब्दुल ने जिन लोगों को रखा था वो सभी लोग एमबीए पास थे.

गर्लफ्रेंड पर उड़ाए थे करोड़ो

अब्दुल के बारे में एक बेहद दिलचस्प किस्सा बताया जाता है कि उसने एक रात में मुंबई की फेमस बार डांसर तरन्नुम खान पर एक रात में 93 लाख रूपये उड़ा दिए थे. तरन्नुम खान को अब्दुल करीम तेलगी की गर्लफ्रेंड बताया जाता था.

सिस्टम में थी अच्छी पैठ

साल 1992 से लेकर 2002 तक अब्दुल पर करीब कई मुकदमें दर्ज हुए. अकेले महाराष्ट्र में ही उसके ऊपर 12 मामले दर्ज हुए थे. अब्दुल की सिस्टम में अच्छी पैठ थी. अधिकारियों के साथ उसकी अच्छी बनती थी. वो अपना काम करवाने के लिए सभी को पैसे तक पहुंचाता था. साल 2001 में आखिरकार उसे गिरफ्तार किया गया था. पूछताछ के दौरान उसने कई पुलिस अधिकारियों के नाम लिए. इस जांच में तब एक बेहद दिलचस्प बात निकलकर सामने आई थी. जब एक 9 हजार रूपेय की मामूली सैलरी पाने वाला असिस्टेंट पुलिस इंस्पेक्टर दिलीप कामथ की संपत्ती 100 करोड़ आकी गई थी.

मुद्रांक (द स्टैम्प) फिल्म बनी थी तेलगी पर

अब्दुल करीम तेलगी के ऊपर एक फिल्म भी बनी था जो आज तक रिलीज नहीं हो पाई. इस फिल्म का नाम था मुद्रांक (द स्टैम्प). लेकिन तेलगी के इस फिल्म के खिलाफ याचिका दायर कर इसकी रिलीज को रूकवा दिया था. अपनी याचिका में उसने बताया कि यह फिल्म उसके केस को प्रभावित कर सकती है.

Related Articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Stay Connected

0FansLike
0FollowersFollow
0SubscribersSubscribe

Latest Articles