रतन टाटा के निधन के बाद टाटा समूह की कमान संभालने के लिए कई नामों पर चर्चा हो रही थी, लेकिन अब इस पर विराम लग गया है। नोएल टाटा को टाटा ट्रस्ट का नया चेयरमैन नियुक्त किया गया है। नोएल टाटा, जो पहले से ही टाटा ट्रस्ट के ट्रस्टी हैं, के नाम पर सभी लोग सहमत थे।
रिश्ते और कार्यशैली
नोएल टाटा, रतन टाटा के सौतेले भाई हैं और वह लाइमलाइट से दूर रहना पसंद करते हैं। पिछले 40 वर्षों से टाटा समूह में सक्रिय, उनके पास समूह की कई कंपनियों में महत्वपूर्ण हिस्सेदारी है।
नोएल टाटा की पृष्ठभूमि
नोएल टाटा का जन्म 1957 में हुआ और वे एक भारतीय मूल के आयरिश व्यवसायी हैं। उनकी शिक्षा ससेक्स विश्वविद्यालय से स्नातक तक हुई, इसके बाद उन्होंने फ्रांस में आगे की पढ़ाई की।
करियर की शुरुआत
नोएल ने अपने करियर की शुरुआत टाटा इंटरनेशनल से की, जो टाटा समूह की विदेशी उत्पादों और सेवाओं की कंपनी है। वर्तमान में, वे ट्रेंट, टाटा इन्वेस्टमेंट कॉर्पोरेशन, टाटा इंटरनेशनल के प्रबंध निदेशक और टाइटन कंपनी तथा टाटा स्टील के उपाध्यक्ष हैं।
टाटा ट्रस्ट की हिस्सेदारी
नोएल टाटा के पास टाटा संस में टाटा ट्रस्ट की 66% हिस्सेदारी भी है, और वे टाटा स्टील के वाइस चेयरमैन तथा सर रतन टाटा ट्रस्ट के बोर्ड में भी हैं।
चुनाव का कारण
रतन टाटा अविवाहित रहे और उनका कोई वारिस नहीं है। उनके छोटे भाई जिमी टाटा भी सार्वजनिक जीवन से दूर हैं। इस कारण, नोएल टाटा चेयरमैन के पद के लिए सबसे मजबूत उम्मीदवार साबित हुए हैं। नोएल की सक्रियता और समूह की कंपनियों में भागीदारी ने उन्हें इस पद के लिए एक उपयुक्त उम्मीदवार बनाया है।