कोलकाता केस: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में एक ट्रेनी डॉक्टर के साथ 8-9 अगस्त की रात हुई हिंसा ने पूरे देश को स्तब्ध कर दिया है। इस मामले में मुख्य आरोपी संजय रॉय ने पूछताछ के दौरान बलात्कार के बाद हत्या की वजह का खुलासा किया है।
संजय रॉय ने स्वीकार किया है कि उसने पीड़िता की हत्या इसलिए की क्योंकि वह लगातार चिल्ला रही थी। आरोपी के अनुसार, ट्रेनी डॉक्टर की चीखें सुनकर उसने उसे गला दबाकर मार डाला। संजय रॉय, जो एक पूर्व बॉक्सिंग खिलाड़ी भी रह चुका है, ने बताया कि उसकी ताकतवर पकड़ के कारण पीड़िता खुद को नहीं बचा पाई।
इस बीच, केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष और पांच अन्य लोगों का पॉलीग्राफ टेस्ट किया। अधिकारियों के अनुसार, घोष ने पूछताछ के दौरान असंगत जवाब दिए, जिससे टेस्ट का दूसरा दौर आयोजित करना पड़ा। सीबीआई ने पहले भी घोष और अन्य के खिलाफ झूठ पकड़ने वाले परीक्षण (लाई-डिटेक्शन टेस्ट) किए थे। संजय रॉय का भी पॉलीग्राफ टेस्ट किया गया है। घोष और अस्पताल के पूर्व अधिकारी संजय वशिष्ठ के खिलाफ वित्तीय अनियमितताओं की भी जांच की जा रही है।
पीड़िता का शव 9 अगस्त की सुबह सेमिनार हॉल में मिला, जहां वह अपनी 36 घंटे की शिफ्ट के बाद आराम करने गई थी। शव परीक्षण में 16 बाहरी और 9 आंतरिक चोटें पाई गईं। सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि संजय रॉय 9 अगस्त की सुबह 4:03 बजे बिल्डिंग में दाखिल हुआ था। उसने 8 अगस्त को चेस्ट डिपार्टमेंट में पीड़िता और अन्य लोगों को देखा था।
कोलकाता पुलिस ने 10 अगस्त को संजय रॉय को गिरफ्तार किया। उसकी गिरफ्तारी के प्रमुख कारणों में सीसीटीवी फुटेज और पीड़िता के शव के पास मिले ब्लूटूथ डिवाइस शामिल थे। संजय रॉय, जो 2019 से कोलकाता पुलिस के साथ नागरिक स्वयंसेवक के रूप में काम कर रहा था, को अब अदालत में पेश किया जाएगा।