लखीमपुर खीरी: उत्तर प्रदेश के दौर पर पहुंची कांग्रेस महासचिव और यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी ने लखीमपुर खीरी में ब्लॉक प्रमुख चुनाव के दौरान बदसलूकी की शिकार हुईं रीतू सिंह और अनीता यादव से मुलाकात कर उनका दर्द जाना. प्रियंका गांधी ने यहां मीडिया से बातचीत में कहा कि मैं यहां काम करने आई हूं और लगातार काम करूंगी. उनसे जब मीडिया ने सवाल किया कि क्या वह उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में अगल सीएम कैंडीडेट होंगीं तो उन्होंने कहा कि अभी से इस बारे में आपको क्यों बता दें?
प्रियंका ने पूछा कि क्या आप चाहते हैं, इसी तरह लोकतंत्र की धज्जियां उड़ाई जाए? प्रधानमंत्री जी तारीफ कर रहे हैं. पंचायत चुनाव के लिए बधाई दी है. हर जिले में यही हुआ, कहीं हिंसा हुई तो कही बम फूटे. प्रियंका ने कहा कि मैं यहां इसलिए आई हूं कि ये भी महिला है, हमारी बहन है. मेरी मांग है कि जहां-जहां हिंसा हुई, वहां चुनाव रद्द किए जाएं.
वहीं दूसरी तरफ लखनऊ में प्रियंका गांधी के मौन धरने को लेकर एफआईआर (FIR) दर्ज हो गई है. हजरतगंज पुलिस ने ये एफआईआर बगैर सूचना और इजाज़त के धरना देने पर दर्ज की है. हालांकि इस मुकदमे में प्रियंका गांधी को आरोपी नहीं बनाया गया है. एफआईआर में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, वेदप्रकाश त्रिपाठी, दिलप्रीत सिंह समेत 500 लोगों पर ये एफआईआर दर्ज की गई है. इसमें धारा-144 के उल्लंघन, सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान, महामारी एक्ट में एफआईआर लिखवाई गई है.
गौरतलब है कि शुक्रवार शाम लखनऊ आने के बाद प्रियंका गांधी ने कांग्रेस नेताओं के साथ हजरतगंज स्थित गांधी प्रतिमा पर मौन धरना दिया था. प्रियंका यहां करीब दो घंटे तक धरने पर बैठी थीं. पुलिस के मुताबिक सिर्फ 10 मिनट के कार्यक्रम की इजाज़त ली गई थी. गांधी प्रतिमा पर माल्यार्पण की इजाज़त ली गई थी.
प्रियंका गांधी के लखनऊ यात्रा पर यूपी के मंत्री मोहसिन रजा ने निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि वह कभी भी जाने के लिए आजाद हैं क्योंकि उत्तर प्रदेश सभी के लिए खासकर महिलाओं के लिए सुरक्षित है. जनता ने कांग्रेस को हर जगह से नकार दिया है. अगर प्रियंका गांधी सच में कुछ करना चाहती हैं तो उनको किसानों को वो जमीनें लौटाना चाहिए जो कांग्रेस नेताओं ने ले ली है.