बिहार में बड़े राजनीतिक उलटफेर के बाद लालू परिवार की मुश्किलें बढ़ गई हैं. सोमवार को राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव से 10 घंटे की पूछताछ के बाद ईडी ने उनके बेटे और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को पूछताछ के लिए बुलाया है. इसके लिए ईडी ने तेजस्वी को समन भेजा था. बिहार में चल रहे इस घटनाक्रम को लेकर देशभर में चर्चा है. बताया गया है कि ईडी ने लालू यादव से करीब 10 घंटे की पूछताछ में 50 से ज्यादा सवाल पूछे थे.
जानकारी के मुताबिक, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव सोमवार को जमीन के बदले नौकरी मामले में कई घंटों की पूछताछ के बाद पटना में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) कार्यालय से निकले थे. ईडी कार्यालय के बाहर समर्थकों की भारी भीड़ के बीच सुरक्षा अधिकारी बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री को उनके वाहन तक ले गए. बताया गया है कि अपनी बेटी मीसा भारती के साथ लालू प्रसाद यादव सुबह करीब 11.05 बजे ईडी कार्यालय पहुंचे.
भारती ने मीडिया को बताया था कि जब भी कोई एजेंसी हमारे परिवार के सदस्यों को पूछताछ के लिए बुलाती है. तो हम वहां जाते हैं, उनका सहयोग करते हैं और उनके सभी सवालों का जवाब देते हैं. उन्होंने कहा था कि पिता (लालू यादव) की तबीयत ठीक नहीं है. वे खुद से चल पाने में असमर्थ हैं. उन्होंने कहा कि जब भी वह कहीं जाते हैं तो कोई न कोई उन्हें पकड़ कर ले जाता है. बता दें कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ‘महागठबंधन’ से नाता तोड़ने के बाद एनडीए के समर्थन से सरकार बनाई है. इसके बाद राजद सुप्रीमो केंद्रीय एजेंसी के सामने पेश हुए हैं.
उधर, सिंगापुर में रहने वाली लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने अपने पिता के साथ ईडी के व्यवहार की आलोचना की है. किसी भी सहायक को उनके साथ नहीं जाने देने पर अमानवीय व्यवहार का आरोप लगाया. बता दें कि बिहार के सियासी संग्राम को लेकर भी रोहिणी ने कई ट्वीट किए थे.