जिस आतंकी ने भारत को दर्द देने की साजिशें रचीं, वह अब खुद ज़िंदगी और मौत के बीच झूल रहा है। आमिर हमजा, लश्कर-ए-तैयबा का को-फाउंडर और हाफिज सईद का सबसे करीबी साथी, इस वक्त लाहौर के मिलिट्री हॉस्पिटल में भर्ती है। सुरक्षा एजेंसियों की नजरों में लंबे समय से मोस्ट वांटेड हमजा अब आखिरी सांसें गिन रहा है।
कैसे हुआ घायल, अभी भी सस्पेंस कायम
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, आमिर हमजा को गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया है। उसके शरीर पर कई गंभीर जख्म हैं। हालांकि यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि वह कैसे घायल हुआ। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स का दावा है कि हमजा को गोलियों से छलनी कर दिया गया, लेकिन अब तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
भारत और अमेरिका दोनों का दुश्मन
आमिर हमजा सिर्फ भारत का ही नहीं, बल्कि अमेरिका के लिए भी खतरा रहा है। 2012 में अमेरिका ने उसे ग्लोबल टेररिस्ट घोषित किया था। भारत में वह 2000 के दशक की शुरुआत में बेहद सक्रिय था। 2005 में बेंगलुरु के IISc (इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस) पर हुए हमले की साजिश में उसका नाम सामने आया था।
हाफिज सईद का सबसे भरोसेमंद सहयोगी
हमजा, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के गुजरांवाला का रहने वाला है और लश्कर-ए-तैयबा का बौद्धिक और वैचारिक स्तंभ माना जाता था। हाफिज सईद की कट्टर विचारधारा को दुनिया तक पहुंचाने में उसकी भूमिका प्रमुख रही है। वह नए आतंकियों की भर्ती और ट्रेनिंग का मास्टरमाइंड भी रहा है।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद टूटी आतंक की कमर
हाल ही में भारत द्वारा ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पीओके के आतंकी अड्डों पर की गई एयर स्ट्राइक ने आतंकी नेटवर्क की कमर तोड़ दी। इसमें नौ बड़े ठिकाने तबाह हुए और कई आतंकी मारे गए। माना जा रहा है कि इस दबाव ने आतंकी संगठनों के अंदरूनी मतभेदों को भी जन्म दिया है, जिसकी चपेट में हमजा भी आ गया हो सकता है।
पाकिस्तान में मचा है खौफ
भारत की सर्जिकल स्ट्राइक्स और लगातार मजबूत हो रही सैन्य तैयारियों से पाकिस्तानी आतंकी गुटों में डर का माहौल है। यही वजह है कि अब वो नेता और साजिशकर्ता जो कभी टीवी पर ज़हर उगला करते थे, आज अस्पतालों में बेहोश पड़े हैं या फरार चल रहे हैं।