यूपी और उत्तराखण्ड के पूर्व सीएम दिवंगत एनडी तिवारी के बायोलॉजिकल बेटे रोहित शेखर की मौत की जांच क्राइम ब्रांच के जिम्मे कर दी गई है। फॉरेंसिक और क्राइम ब्रांच की टीम रोहित शेखर के दिल्ली स्थित आवास पर पहुंच चुकी है। टीम ने अपनी जांच की कार्रवाई शुरू कर दी है।
रोहित शेखर की मौत का मामला
बीते 16 अप्रैल को खबर आई थी कि हृदयगति रुकने से रोहित की मौत हो गई है। रोहित को जब अस्पताल पहुंचाया गया, तब तक उनकी सांसें रुक चुकी थीं। बताया जा रहा था कि जिस वक्त रोहित की तबियत बिगड़ी थी, उनकी मां खुद की जांच कराने के लिए अस्पताल गई थीं। घर के नौकरों ने रोहित की स्थिति बिगड़ती देख उनकी मां को सूचित किया और अस्पताल पहुंचाया।
अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने जांच के बाद साफ कर दिया कि रोहित शेखर की मौत पहले ही हो चुकी है। उनकी मौत की गुत्थी पर तमाम सवाल उठ रहे थे। पांच डॉक्टरों की टीम ने रोहित शेखर का पोस्टमार्टम किया था, लेकिन इससे मौत की वजह नहीं तलाश पाए।
डॉक्टरों ने पुलिस से संपर्क साधकर रोहित की 12 साल की मेडिकल हिस्ट्री मांगी थी। उधर, रोहित के घरवालों का कहना था कि उसे दिल के अलावा गेस्ट्रोलॉजी और स्लिपिंग डिसऑर्डर की समस्या था। रोहित की मां ने बताया था कि राजनीतिक करियर न बन पाने की वजह से भी रोहित शेखर डिप्रेशन में चला गया था।