नई दिल्ली: 2019 की सबसे बड़ी चुनावी जंग के लिए बिगुल बज चुका है. तारीखों का ऐलान किया जा चुका है. लेकिन इसके साथ ही एक नया विवाद शुरु हो गया है. तीन राज्यों पश्चिम बंगाल, बिहार और उत्तर प्रदेश में वोटिंग की तारीखें रमजान के महीने में पड़ रही हैं जिसपर मफ्ती और सियासतदां दोनों एतराज जता रहे हैं. जिसे लेकर चुनाव आयोग ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. आयोग ने कहा है कि किसी भी शुक्रवार या त्योहार के दिन मतदान नहीं है. आयोग ने कहा कि रमजान के पूरे महीने ही चुनाव न हों, ऐसा नहीं हो सकता है.
चुनाव आयोग ने कहा कि 2 जून से पहले नई सरकार का गठन होना जरुरी था इसलिए इसे टाला नहीं जा सकता. वहीं रमजान के चलते एक महीने तक मतदान न हो ये भी संभव नहीं. इसलिए आयोग ने इस बात का खास ख्याल रखा है कि किसी भी शुक्रवार या त्योहार के दिन मतदान न हों. आयोग का कहना है कि हमारे पास इन तारीखों को बदलने का अथवा चुनाव के समय को आगे-पीछे करने का विकल्प ही नहीं था.
Election Commission: During #Ramadan, polls are conducted as full month can not be excluded. However, date of main festival and Fridays are avoided for poll days. #LokSabhaElections2019 pic.twitter.com/i6NylD6WVB
— ANI (@ANI) March 11, 2019
बता दें, तीन राज्यों में रमजान के महीने में पड़ रहे चुनाव को लेकर मुस्लिम नेताओं और मौलानाओं ने विरोध जताया है. साथ ही चुनाव आयोग की मंशा पर सवाल उठाते हुए इन तारीखों में बदलाव की मांग की है.
कोलकाता के मेयर और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेता फिरहाद हाकिम ने कहा कि चुनाव आयोग एक संवैधानिक निकाय है और हम उसका सम्मान करते हैं. हम चुनाव आयोग के खिलाफ कुछ नहीं कहना चाहते, लेकिन सात फेज में होने वाले चुनाव बिहार, यूपी और पश्चिम बंगाल के लोगों के लिए कठिन होंगे. उन्होंने आगे कहा कि इन चुनावों में सबसे ज्यादा परेशानी मुस्लिमों को होगी क्योंकि वोटिंग की तारीखें रमजान के महीने में रखी गई हैं. वहीं आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्ला खान ने भी इस फैसले का विरोध किया है.
ओवैसी बोले कोई दिक्कत नहीं
दूसरी तरफ, एआईएमआईएम के नेता असदुद्दीन औवेसी ने कहा कि रमजान के दौरान मतदान से कोई दिक्कत नहीं है. उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि क्या रमजान के दौरान मुसलमान काम नहीं करते हैं. ओवैसी ने कहा कि वह रमजान में चुनाव का स्वागत करते हैं. उन्होंने कहा कि वह रमजान में रोजा भी रहेंगे और वोट डालने भी जाएंगे। AIMIM चीफ ने कहा, ‘रमजान से वोटिंग पर कोई असर नहीं पड़ेगा. इस पर राजनीति न की जाए. यह गैरजरूरी विवाद पैदा किया जा रहा है. आपको रमजान के बारे में क्या मालूम है?’
Asaduddin Owaisi, AIMIM on voting during Ramzan: This whole controversy is totally uncalled for & unnecessary. I would earnestly request those political parties that please don't use the Muslim community & Ramzan for whatever reasons you have. (1/2) pic.twitter.com/rytggFSaFF
— ANI (@ANI) March 11, 2019