लोकसभा चुनाव 2024 के दूसरे चरण के तहत पूर्णिया में 26 अप्रैल को मतदान होना है. यह सीट नामांकन के बाद से ही चर्चाओं में रही है. इसकी सबसे बड़ी वजह है तेजस्वी यादव और पप्पू यादव के बीच चल रही खींचतान. मंगलावर की शाम को मामला उस वक्त और गरमा गया जब पूर्णिया में रोड शो के दौरान तेजस्वी यादव और पप्पू यादव के समर्थक आपस में भिड़ गए. बता दें कि तेजस्वी यादव यहां महागठबंधन की उम्मीदवार बीमा भारती के प्रचार के लिए आए थे. जबकि पप्पू यादव पूर्णिया से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं.
आपको बता दें कि तेजस्वी यादव और पप्पू यादव के बीच उस समय से ही खींचतान और एक दूसरे पर बयानबाजी का दौर जारी है जब से महागठबंधन के तहत यह सीट आरजेडी के पास चली गई और आरजेडी ने इस सीट से बीमा भारती को मैदान में उतार दिया. पप्पू यादव ने आरजेडी के इस ऐलान से कुछ समय पहले ही कांग्रेस में अपनी पार्टी का विलय किया था. जानकारों का मानना है कि पप्पू यादव ने ऐसा इस उम्मीद के साथ किया था कि पार्टी उन्हें पूर्णिया से चुनाव में टिकट दे देगी. लेकिन जब यह सीट महागठबंधन के समझौते के तहत आरजेडी की झोली में चली गई और आरजेडी ने बीमा भारती को यहां से अपना उम्मीदवार बना दिया तो पप्पू यादव ने यहां से निर्दलीय नामांकन करने का फैसला किया.
गौरतलब है कि तेजस्वी यादव ने सोमवार को पूर्णिया लोकसभा क्षेत्र में राजद की प्रत्याशी बीमा भारती के समर्थन में चुनावी सभा को संबोधित किया था. इस दौरान उन्होंने कहा था कि यह चुनाव दो विचारधारा के बीच की लड़ाई है. उन्होंने कटिहार जिले के कोढ़ा विधानसभा क्षेत्र में कहा था कि आप इंडिया गठबंधन को चुनिए. अगर आप इंडिया गठबंधन की बीमा भारती को नहीं चुनते हैं, तो साफ बात है कि आप एनडीए को चुनो. उन्होंने लोगों को सचेत करते हुए कहा कि किसी के धोखे में नहीं रहना है. यह किसी एक व्यक्ति का चुनाव नहीं है या तो इंडिया या तो एनडीए.