कुछ महीने पहले एक वेब सीरीज आई थी, जिसका नाम ‘खाकी द बिहार चैप्टर’ थी. वेब सीरीज में बिहार के नेता अशोक महतो का जिक्र था. अब अशोक महतो एक बार फिर चर्चा में आ गए हैं. उन्होंने लोकसभा चुनाव से पहले आनन-फानन में 62 साल की उम्र में शादी रचाई है. दरअसल, अशोक पर एक-दो नहीं बल्कि कई आपराधिक मामले दर्ज है. एक मामले में तो वे 17 साल जेल की सजा काट चुके हैं. पिछले साल दिसंबर में ही उनकी रिहाई हुई थी.
नियम के मुताबिक, 2 साल से अधिक समय से जेल में बंद दोषियों को उनकी रिहाई के 6 साल बाद तक चुनाव लड़ने पर रोक है. ऐसे में लोकसभा चुनाव की महत्वकांक्षा रखने वाले अशोक कुमार अपनी पत्नी को मुंगेर लोकसभा सीट से चुनाव लड़वाना चाहते हैं. अशोक कुमार का दावा है कि राष्ट्रीय जनता दल की ओर से उन्हें मुंगेर लोकसभा सीट से टिकट मिलेगा. अगर ऐसा होता है तो अशोक कुमार की पत्नी का मुकाबला मुंगेर सीट से जदयू प्रत्याशी राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह से हो सकता है.
अशोक महतो के कई आपराधिक मामलों में शामिल होने की वजह से उनकी शादी नहीं हुई थी. जब उन्होंने चुनाव लड़ने का मन बनाया तो उन्हें इस बात का डर सताने लगा कि कहीं उनका नामांकन न रद्द हो जाए, इसलिए उन्होंने आनन फानन में लखीसराय की लड़की से बख्तियारपुर में मंगलवार रात को ही शादी रचाई.
अशोक महतो की पत्नी अनीता की उम्र 46 साल है. फिलहाल, उनका पूरा परिवार दिल्ली में रहता है. अनीता दिल्ली में ही एक प्राइवेट कंपनी में काम करती है. अशोक महतो ने शादी के लिए कुछ शर्तें रखी थी, जिसमें उन्होंने कहा था कि लड़की की उम्र 25 साल से अधिक होनी चाहिए. वो मुंगेर की रहनेवाली होनी चाहिए और बातचीत में शानदार होनी चाहिए. अशोक महतो ने अपने दोस्तों और शुभचिंतकों से ऐसी लड़की की तलाश करने की अपील की थी.
1990 के दशक के आखिर में बिहार कई नरसंहार की घटनाओं से दहल रहा था. इनमें से कुछ नरसंहार के लिए अशोक महतो और उनका गैंग जिम्मेदार बताया जाता था. पिछले साल आई IPS अमित लोढ़ा की किताब पर बेस्ड वेब स्टोरी ‘खाकी द बिहार चैप्टर’ आई थी. अशोक महतो के खिलाफ नवादा जेल ब्रेक कांड, अपसढ़ नरसंहार, विधायक रणधीर कुमार पर अटैक के अलावा कई अन्य मामले दर्ज हुए थे. इसके अलावा, अशोक महतो और उनके गैंग को 2005 में सांसद राजो सिंह की हत्या का भी जिम्मेदार बताया जाता है.