लोकसभा में सुरक्षा चूंक पर लोकसभा सचिवालय ने बड़ा एक्शन लिया है। लोकसभा सचिवालय ने 8 कर्मचारियों को संसद की सुरक्षा में चूक के आरोप में सस्पेंड कर दिया गया है, वहीं, संसद में सुरक्षा में हुई चूक पर गृह मंत्रालय ने लोकसभा सचिवालय के अनुरोध पर उच्च स्तरीय जांच का आदेश आदेश दिया है। सीआरपीएफ के महानिदेशक अनीश दयाल सिंह की अध्यक्षता में एक जांच समिति गठित की गई है, जिसमें अन्य सुरक्षा एजेंसियों और विशेषज्ञों के सदस्य शामिल हैं। संसद में यह सेंध संसद पर आतंकी हमले की 22वीं बरसी पर हुआ।
Lok Sabha Secretariat suspends seven personnel for yesterday's security lapse incident pic.twitter.com/02FIvBimBW
— ANI (@ANI) December 14, 2023
वहीं, संसद की सुरक्षा से खिलवाड़ करने वाले पांच आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए आरोपीयों ने बताया कि उन्होंने ये कामविभिन्न मुद्दों पर सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए किया है। आरोपियों ने बताया है कि उनका उद्देश्य बेरोजगारी, किसानों की परेशानी, और मणिपुर हिंसा जैसे मुद्दों पर सरकार को ध्यान दिलाना था। पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां इस मामले की गहन जांच कर रही हैं ताकि यह पता लग सके कि इन आरोपियों को किसी संगठन ने निर्देशित किया था या नहीं।
संसद में सेंध के मुद्दे पर पुलिस नेगहनता से जांच शुरु कर दी है। पुलिस सत्रों ने गुरुवार को बताया कि संसद सुरक्षा उल्लंघन का मुख्य साजिशकर्ता छठा/कोई अन्य व्यक्ति हो सकता है। यह जानकारी प्रारंभिक जांच के बाद सामने आई है। सूत्रों के मुताबिक, आरोपियों ने सुरक्षा में सेंध लगाने से पहले ही संसद के बाहर रेकी कर ली थी। पुलिस सूत्रों ने बताया कि सभी आरोपी एक सोशल मीडिया पेज ‘भगत सिंह फैन क्लब’ से जुड़े थे।
सूत्रों ने बताया कि सभी व्यक्तियों ने लगभग डेढ़ साल पहले मैसूर में मिलकर मिले थे। उन्होंने जुलाई में लखनऊ से सागर आने का दावा किया, लेकिन उन्हें संसद भवन में प्रवेश की अनुमति नहीं मिली। 10 दिसंबर को, वे एक-एक करके अपने राज्यों से दिल्ली पहुंचे। इन्होंने इंडिया गेट के पास एकत्र होकर, जहां सभी को रंगीन पटाखे बांटे गए।