बांदा। यूपी के बांदा से खबर है कि माफिया डॉन के तौर पर पहचाने जाने वाले मुख्तार अंसारी की तबीयत बिगड़ गई है। उसे बांदा के मेडिकल कॉलेज भेजा गया है। जहां आईसीयू में मुख्तार अंसारी को दाखिल कराया गया है। मुख्तार अंसारी काफी दिनों से बांदा जेल में कैद है। इससे पहले पंजाब की जेल में वो कैद था। जहां से यूपी लाने के लिए योगी सरकार को पंजाब की तत्कालीन कांग्रेस सरकार से सुप्रीम कोर्ट में लंबी कानूनी जंग लड़नी पड़ी थी। मुख्तार अंसारी को बीते दिनों ही एक कोर्ट ने फर्जी शस्त्र लाइसेंस मामले में उम्रकैद की सजा सुनाई थी।
मुख्तार अंसारी पर 61 केस दर्ज हैं। पूर्वांचल के मऊ के निवासी मुख्तार अंसारी पर बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय की हत्या का आरोप भी लग चुका है। 18 साल से जेल में बंद मुख्तार अंसारी का नाम सुर्खियों में रहा है। मऊ सदर सीट से मुख्तार अंसारी विधायक भी रहा है। उसके भाई अफजाल अंसारी को समाजवादी पार्टी ने इस बार मऊ से लोकसभा चुनाव के लिए टिकट दिया है। वाराणसी, गाजीपुर और आजमगढ़ जिलों के कई थानों में मुख्तार के खिलाफ तमाम केस हैं। इनमें हत्या का केस भी है।
मुख्तार अंसारी ने बीते दिनों कोर्ट में पेशी के दौरान वकील के जरिए ये आरोप लगाया था कि उसे बांदा जेल में धीमा जहर दिया जा रहा है। इसके बाद ही योगी सरकार ने बांदा जेल के जेलर और डिप्टी जेलर को सस्पेंड किया था। दो डॉक्टरों की टीम भी बांदा जेल पहुंची थी। डॉक्टरों ने मुख्तार अंसारी की जांच के बाद बताया था कि रोजा रखने और बाद में ढेर सारा भोजन करने की वजह से तबीयत बिगड़ी है। फिलहाल जानकारी है कि बांदा मेडिकल कॉलेज में मुख्तार अंसारी की हालत स्थिर है। मुख्तार के परिवार को उसके अस्पताल में भर्ती होने की जानकारी दे दी गई है। मुख्तार की पत्नी और साला काफी दिनों से फरार हैं।