प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ के समापन के मौके पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने गुरुवार को प्रयागराज जंक्शन पहुंचकर रेलवे की तैयारियों और कामकाज का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने ऑब्जरवेशन रूम, कंट्रोल टावर और अन्य सुविधाओं का निरीक्षण किया। रेल मंत्री ने महाकुंभ के सफल आयोजन के लिए रेलवे कर्मचारियों और अधिकारियों की सराहना की और उन्हें प्रोत्साहित किया। इसके साथ ही, उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए रेलवे की उपलब्धियों और तैयारियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
रेलवे ने बनाया नया कीर्तिमान
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि महाकुंभ के दौरान भारतीय रेलवे ने एक नया कीर्तिमान बनाया है। उन्होंने कहा, “रेलवे ने इस आयोजन के दौरान 16,000 से ज्यादा ट्रेनें चलाईं, जो किसी एक आयोजन में सबसे अधिक है। इन ट्रेनों के जरिए 5 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं को प्रयागराज लाया और ले जाया गया।” यह आंकड़ा न सिर्फ रेलवे की क्षमता को दिखाता है, बल्कि इस आयोजन की भव्यता को भी उजागर करता है।
5000 करोड़ का निवेश
अश्विनी वैष्णव ने बताया कि महाकुंभ की तैयारियों के लिए रेलवे ने करीब 5000 करोड़ रुपये का निवेश किया था। उन्होंने कहा, “हमने ढाई साल पहले से ही इस आयोजन की तैयारी शुरू कर दी थी। इस दौरान 21 से ज्यादा फ्लाईओवर और अंडरपास बनाए गए। गंगा नदी पर एक बड़ा पुल भी बनाया गया। इसके अलावा, हर स्टेशन पर श्रद्धालुओं के लिए होल्डिंग एरिया बनाए गए ताकि उन्हें किसी तरह की परेशानी न हो।”
देश की एकता का प्रतीक
रेल मंत्री ने महाकुंभ को देश की एकता का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा, “यह आयोजन सिर्फ एक धार्मिक कार्यक्रम नहीं है, बल्कि यह देश की एकता और अखंडता को दर्शाता है। अलग-अलग राज्यों और जोनल रेलवे के कर्मचारियों ने मिलकर इस आयोजन को सफल बनाया। सभी ने एकजुट होकर श्रद्धालुओं की सेवा की।”
प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को धन्यवाद
अश्विनी वैष्णव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का विशेष तौर पर धन्यवाद किया। उन्होंने कहा, “इतने भव्य और दिव्य आयोजन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी धन्यवाद के पात्र हैं। उनके नेतृत्व में ही यह आयोजन इतना सफल हो पाया।”
महाकुंभ का समापन
45 दिनों तक चले इस भव्य आयोजन का गुरुवार को समापन हो गया। संगम तट पर आयोजित समापन समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शिरकत की। इस दौरान उन्होंने स्वच्छता कर्मियों, नाविकों और पुलिसकर्मियों को सम्मानित किया। इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने नेत्र कुंभ में जाकर सफाई अभियान में भी हिस्सा लिया।
रेलवे की तैयारियों की सराहना
महाकुंभ के दौरान रेलवे की तैयारियों की काफी सराहना की गई। श्रद्धालुओं के लिए स्टेशनों पर विशेष व्यवस्था की गई थी। प्लेटफॉर्म पर अतिरिक्त स्टॉल, पीने के पानी की व्यवस्था, मेडिकल कैंप और होल्डिंग एरिया बनाए गए थे। इसके अलावा, रेलवे ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष ट्रेनें भी चलाईं।
आगे की रणनीति
रेल मंत्री ने कहा कि रेलवे ने महाकुंभ के दौरान जो अनुभव हासिल किया है, उसका इस्तेमाल भविष्य के आयोजनों में किया जाएगा। उन्होंने कहा, “हमने इस आयोजन से बहुत कुछ सीखा है। अब हम भविष्य में होने वाले बड़े आयोजनों के लिए और बेहतर तैयारी करेंगे।”