महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर राज्य में जोरों शोरों से तैयारियां चल रही है। इस बीच महायुति गठबंधन के बीच सीट बंटवारे पर पहली दौर की चर्चा पूरी हो चुकी है। शनिवार को नेशनल कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रमुख अजित पवार ने इसकी जानकारी दी।
सीट बटवारे पर बोलेत हुए अजित पवार ने कहा कि हमारी सीट बंटवारे पर पहली दौर की चर्चा हो चुकी है। हम दूसरी बार फिर बैठेंगे और 288 सीटों में से कौन सी सीट किसे मिलेगी, इस पर चर्चा और निर्णय करेंगे।
‘मैं काम करने में विश्वास रखता हूं’
वहीं जब अजित पवार से शिवसेना नेता तानाजी सावंत के विवादित बयान पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने इस मुद्दे पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। अजीत पवार ने कहा, ‘अगर किसी ने कुछ कहा है, तो मैं उस पर टिप्पणी नहीं करना चाहता। जन सम्मान यात्रा की शुरुआत में ही मैंने तय किया था कि मैं किसी पर टिप्पणी नहीं करूंगा। अगर कोई मेरी आलोचना करता है, तो उससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। मैं काम करने में विश्वास रखता हूं।’
तानाजी सावंत ने क्या कहा था?
बता दें कि महाराष्ट्र में महायुति में लगातार तकरार जारी है। कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे वाली शिवसेना के नेता तानाजी सावंत ने अजित पवार की एनसीपी को लेकर विवादित बयान दिया था। सावंत ने कहा था, ‘भले ही हम कैबिनेट में एक-दूसरे के बगल में बैठते हैं, लेकिन बाहर आने के बाद मुझे उल्टी जैसा महसूस होता है।’
BJP प्रवक्ता के बयान पर अजित पवार का जवाब
वहीं बीते दिनों बीजेपी प्रवक्ता गणेश हेक ने भी एनसीपी पर निशान साधा । उन्होंने कहा था कि अजित पवार गुट की एनसीपी को महायुति गठबंधन छोड़ देना चाहिए। बीजेपी नेता के इस बयान पर अजित पवार ने भी पटलवार करते हुए प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी, अमित शाह और देवेंद्र फडणवीस के साथ बातें की है। नीचे कौन क्या बोल रहा वो इस बात की परवाह नहीं करते।
288 सीटों पर होने हैं विधानसभा चुनाव
बता दें कि महाराष्ट्र में 288 सीटों पर विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनाव आयोग ने अभी चुनाव की तारीखों की घोषणा नहीं की है।आगामी महाराष्ट्र चुनाव में महा विकास आघाड़ी गठबंधन, जिसमें उद्धव बालासाहेब ठाकरे की शिवसेना, एनसीपी (शरद पवार गुट) और कांग्रेस शामिल हैं। महायुति गठबंधन, जिसमें बीजेपी, शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट) और एनसीपी (अजित पवार गुट) शामिल हैं के बीच मुकाबला होगा।
हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव ने महा विकास आघाड़ी गठबंधन के शिवसेना (यूबीटी) ने नौ सीटें जीतीं, कांग्रेस ने 13 सीटें जीतीं, और एनसीपी-एसपी ने आठ सीटें जीतीं । जिससे गठबंधन की कुल सीटों की संख्या 30 हो गई।
दूसरी ओर महायुति गठबंधन को बड़ा झटका लगा था। जिसमें बीजेपी ने केवल नौ सीटें जीतीं थी।शिवसेना ने सात सीटें जीतीं और एनसीपी एक सीट पर सिमट गई थी। जिससे गठबंधन की कुल सीटों की संख्या 17 हो गई।