मुंबई, राजसत्ता एक्सप्रेस। महाराष्ट्र के औरंगाबाद से दिल दहला देने वाली खबर आई है। महाराष्ट्र के औरंगाबाद में ट्रेन की चपेट में आकर 16 मजदूरों की मौत हो गई। सभी मजदूर पटरी के सहारे अपने घर (मध्य प्रदेश) लौट रहे थे। काफी देर से पैदल चल रहे मजदूर थकान मिटाने के लिए पटरी पर ही लेट गए। सुबह सवा पांच बजे एक ट्रेन वहां से गुजरी। मजदूरों को संभलने का भी मौका नहीं मिला और सभी ट्रेन की चपेट में आ गए। रेलवे अधिकारियों ने घटना की पुष्टि की है।
बता दें कि देशभर में कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए लॉकडाउन जारी है। ऐसे में एक राज्य से दूसरे राज्य तक जाने पर पाबंदी है। विशेष शर्तों के साथ ही आवागमन की इजाजत है। ऐसे में दूसरे राज्यों में फंसे कई मजदूर पैदल ही अपने गृह राज्य की तरफ चल दिए हैं। हालांकि भारत सरकार ने प्रवासी मजदूरों की घर वापसी के लिए श्रमिक एक्सप्रेस ट्रेनें चलाईं हैं, लेकिन बावजूद इसके अभी भी पैदल चल रहे मजदूरों का सिलसिला नहीं थमा है।
An accident happened near Karmad, Aurangabad when an empty rake of goods wagon ran over some people. RPF and local police are reaching spot to asses the situation. More details awaited: Chief Public Relations Officer (CPRO) of South Central Railway (SCR) #Maharashtra
— ANI (@ANI) May 8, 2020
अत्यंत दुखी हूं, पीड़ितों को हर संभव मदद दी जाएगीः पीएम मोदी
Extremely anguished by the loss of lives due to the rail accident in Aurangabad, Maharashtra. Have spoken to Railway Minister Piyush Goyal and he is closely monitoring the situation. All possible assistance required is being provided: Prime Minister Narendra Modi (File pic) pic.twitter.com/lThx0GAk7L
— ANI (@ANI) May 8, 2020
महाराष्ट्र के औरंगाबाद में रेलवे ट्रेक पर सो रहे 16 प्रवासी मजदूरों की ट्रेन से कटकर हुई दर्दनाक मौत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख व्यक्त किया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि हादसे से अत्यंत दुखी हूं, पीड़ितों को हर संभव मदद दी जाएगी। उन्होंने कहा कि मौके की हर गतिविधि पर बारीकी से नजर रखी जा रही है। लोगों की सहायता के लिए रेल मंत्री पीयूष गोयल से बात हुई है।
मालगाड़ी की चपेट में आ गए मजदूर
महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में रेल की पटरियों पर सो रहे कम से कम 16 प्रवासी मजदूरों की शुक्रवार सुबह मालगाड़ी की चपेट में आने से मौत हो गई। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि करमाड पुलिस थाने के तहत आने वाले क्षेत्र में सुबह सवा पांच बजे हुई इस दुर्घटना में दो अन्य मजदूर घायल हो गए। करमाड पुलिस थाने के एक अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि मध्य महाराष्ट्र के जालना से भुसावल की ओर पैदल जा रहे मजदूर अपने गृह राज्य मध्य प्रदेश लौट रहे थे। उन्होंने बताया कि वे रेल की पटरियों के किनारे चल रहे थे और थकान के कारण पटरियों पर ही सो गए थे। जालना से आ रही मालगाड़ी पटरियों पर सो रहे इन मजदूरों पर चढ़ गई। पुलिस अधिकारी संतोष खेतमलास ने बताया, ‘‘जालना में एक इस्पात फैक्ट्री में काम करने वाले मजदूर गत रात पैदल ही अपने गृह राज्य की ओर निकल पड़े थे। वे करमाड तक आए और थककर पटरियों पर सो गए।’’ उन्होंने बताया कि इस हादसे में 16 मजूदरों की मौत हो गई जबकि दो अन्य घायल हो गए। इस समूह के साथ चल रहे तीन मजदूर जीवित बच गए क्योंकि वे रेल की पटरियों से कुछ दूरी पर सो रहे थे। उन्होंने बताया कि विस्तृत जानकारी की प्रतीक्षा है।