पीएम नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) का तीसरी बार भारत (India) का प्रधानमंत्री बनना भी तय हो गया.पीएम मोदी 9 जून को शाम 7:15 बजे लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे जो एक ऐतिहासिक पल होगा.पीएम मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में सिर्फ देश के नेताओं को ही नहीं, विदेश के बड़े नेताओं को भी बुलाया गया है.पीएम मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए कई देशों के प्रधानमंत्रियों/राष्ट्रपतियों को आमंत्रण दिया गया है.इनमें मालदीव (Maldives) के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू (Mohamed Muizzu) का भी नाम शामिल है.
मुइज्जू ने पीएम मोदी के शपथ ग्रहण समारोह का आमंत्रण स्वीकार कर लिया है.इस बारे में मुइज्जू ने कहा है कि पीएम मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होना उनके लिए सम्मान की बात होगी.मुइज्जू ने पीएम मोदी की उनकी जीत के लिए भी बधाई दी थी और उनके साथ मिलकर दोनों देशों के लिए काम करने की इच्छा भी जताई थी.
जो मुइज्जू कुछ समय पहले तक भारत विरोधी बयान देने से पीछे नहीं हट रहे थे, अब वह भारत के साथ मिलकर काम करना चाहते हैं.मुइज्जू न सिर्फ पीएम मोदी को उनकी जीत के लिए बधाई दे रहे हैं बल्कि उनकी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने को सम्मान की बात भी बता रहे हैं.ऐसे में मन में सवाल आना स्वाभाविक है कि आखिर मुइज्जू के सुर क्यों बदल गए? दरअसल जब से मुइज्जू ने भारत से पंगा लिया है तभी से मालदीव को काफी नुकसान हो रहा है.मालदीव की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से भारत के पर्यटकों पर निर्भर करती थी पर भारत से पंगा लेने के बाद देश के ज़्यादातर लोगों ने मालदीव का बहिष्कार कर दिया है.इस वजह से मालदीव की अर्थव्यवस्था को तगड़ा झटका लगा है.