कोलकाता डॉक्टर केस: कोलकाता में हाल ही में हुए रेप और मर्डर मामले को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पीड़ित परिवार को चुनौती दी है। ममता ने कहा है कि पीड़ित परिवार साबित करे कि उनसे पैसे की बात की गई थी। ममता ने आरोपों को नकारते हुए कहा, “यह सब ड्रामा और प्रोपेगेंडा है। अगर पीड़ित परिवार को मेरी ओर से पैसे देने की बात की गई थी, तो वे इसका सबूत पेश करें।”
ममता ने यह भी कहा कि उन्होंने मृतक चिकित्सक के माता-पिता से कहा था कि अगर वे अपनी बेटी की याद में कुछ करना चाहते हैं, तो उनकी सरकार उनके साथ है।
वहीं, ममता बनर्जी ने कोलकाता और अन्य जगहों पर हो रहे प्रदर्शनों को लेकर केंद्र सरकार और कुछ वामपंथी दलों पर साजिश का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “कुछ लोग पड़ोसी देश की उथल-पुथल का फायदा उठा रहे हैं, लेकिन उन्हें समझना चाहिए कि भारत और बांग्लादेश अलग-अलग देश हैं।”
ममता ने कोलकाता के पुलिस कमिश्नर विनीत गोयल का समर्थन किया और बताया कि गोयल ने इस्तीफे की पेशकश की थी, लेकिन कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए उन्हें बने रहना जरूरी है।
ममता ने यह भी कहा कि पुलिस ने आंदोलनकारियों के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया और बंगाल में लोकतांत्रिक अधिकारों का सम्मान किया जाता है, जबकि यूपी, राजस्थान और दिल्ली में ऐसा नहीं होता। उन्होंने कहा कि पिछले एक महीने से शोरगुल के नियम लागू नहीं किए गए और अब वे प्रदर्शनकारियों से अनुरोध कर रही हैं कि वे दुर्गा पूजा की तैयारी में मदद करें।
इस बीच, पीड़ित परिवार ने कोलकाता पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। परिवार का कहना है कि पुलिस ने शव को सुरक्षित रखने के लिए दबाव डाला और अंतिम संस्कार की प्रक्रिया में उन्हें मजबूर किया। उन्होंने बताया कि पुलिस ने अंतिम संस्कार के लिए पैसे नहीं लिए और कोरे कागज पर हस्ताक्षर करवाने की कोशिश की, जिसे परिवार ने फाड़ दिया।
बीजेपी ने ममता बनर्जी पर हमला बोला है और उनसे पॉलीग्राफ टेस्ट की मांग की है। बीजेपी ने आरोप लगाया है कि ममता बनर्जी और उनके प्रशासन ने मामले की सच्चाई छुपाने की कोशिश की है।
सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को इस मामले में सुनवाई की और डॉक्टरों को शाम 5 बजे तक काम पर लौटने का आदेश दिया। कोर्ट ने यह भी कहा कि जो डॉक्टर काम पर लौटेंगे, उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी। बंगाल सरकार ने दावा किया है कि डॉक्टरों की हड़ताल के कारण 23 लोगों की मौत हो चुकी है।
यह मामला 8-9 अगस्त की रात को कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में हुए रेप और मर्डर की घटना से जुड़ा है। पीड़िता के साथ दरिंदगी अस्पताल के सेमिनार हॉल में की गई थी और शव सुबह बरामद हुआ। इस घटना के बाद से कोलकाता और देशभर में भारी विरोध प्रदर्शन हुए हैं और पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाए गए हैं।