नई दिल्ली: असम राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) का मुखर होकर विरोध कर रही पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि अगर आगे भी इस तरह की कोशिश जारी रही तो देश में गृहयुद्ध छिड़ सकता है. खूनखराबा मच सकता है.
भाजपा पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि यह पार्टी देश को बांटने का प्रयास कर रही है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. इस पर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि ममता बनर्जी कहती हैं कि देश में गृह युद्ध हो सकता है. वह स्पष्ट करें कि किस प्रकार का गृह युद्ध होगा. इस मुद्दे पर वह देश की जनता के सामने अपना रुख स्पष्ट करें.
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दरअसल, तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी ने गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात के बाद कहा, ”मैंने गृहमंत्री से कहा है कि आपके नेता कहते हैं कि अगला टारगेट पश्चिम बंगाल है. ये आदेश किसने दिया है. अभी वे कहेंगे की बिहार, गुजरात, महाराष्ट्र और यूपी में इसे लागू करना है. ऐसे देश नहीं चलेगा. गृहयुद्ध हो जाएगा. खूनखराबा हो जाएगा. सत्तारूढ़ दल का काम ये नहीं होता है.”
ममता ने कहा कि हमने असम के बारे में गृहमंत्री को बताया. उन्होंने आश्ववासन दिया है कि वो लोगों को परेशान नहीं करेंगे. मानवता का ख्याल रखा जाएगा. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से यह स्पष्ट करने को कहा कि क्या केंद्र सरकार असम की तर्ज पर पश्चिम बंगाल में भी राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) तैयार करने की कवायद चाह रही है.
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उन्होंने कहा, ‘‘मैं यहां एनआरसी पर बात करने के लिए आई. उन 40 लाख लोगों के नाम सौंपे जिनके नाम छूट गए हैं. मैंने उन्हें बताया कि उनका नेतृत्व दावा कर रहा है कि अगला एनआरसी बंगाल में बनेगा. उन्हें किसने अधिकार दिया है?’’ एनआरसी के सोमवार (30 जुलाई) को जारी किए गए अंतिम मसौदा सूची में करीब 40 लाख से ज्यादा लोगों को बाहर कर दिया गया है.
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ध्यान रहे की पश्चिम बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष दिलीप घोष और बीजेपी प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने कहा है कि अगर पार्टी सत्ता में आई तो एनआरसी प्रक्रिया शुरू करेगी. विजयवर्गीय ने दावा किया कि पश्चिम बंगाल में अवैध प्रवासियों की ‘संख्या करोड़ों में हो सकती है’. दिलीप घोष ने कहा, ”हम राज्य में रह रहे अवैध प्रवासियों को बांग्लादेश वापस भेजेंगे. हम बंगाल में कोई भी अवैध प्रवासी बर्दाश्त नहीं करेंगे.