मणिपुर में 3 मई को जातीय हिंसा भड़कने के बाद भीड़ ने हजारों हथियारों को लूट लिया था। साथ ही सुरक्षा बलों से चरमपंथियों ने कई हथियार लूट लिए थे। इन सभी हथियारों में से कुल मिलाकर 1,040 अत्याधुनिक हथियार और विभिन्न प्रकार के 13,601 गोला-बारूद को बरामद कर लिया गया है। इस बात की जानकारी अधिकारियों ने मंगलवार को दी है।
अधिकारियों के अनुसार, गृहमंत्री अमित शाह के चार दिवसीय (29 मई से 1 जून) मणिपुर का दौरे के बाद सेना, विभिन्न केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल, मणिपुर राइफल्स और पुलिस द्वारा शुरू किए गए राज्यव्यापी तलाशी अभियान के बाद अब तक हथियारों और गोला-बारूद के साथ विभिन्न प्रकार के 230 जिंदा बम बरामद किए गए हैं। विभिन्न रिपोर्टों में दावा किया गया है कि दंगे भड़कने के बाद पुलिस थानों और सुरक्षा शिविरों से हजारों विभिन्न प्रकार के अत्याधुनिक हथियार और बड़ी मात्रा में गोला-बारूद लूट लिए गए।
उग्रवादियों और उनके ठिकानों को खदेड़ने के लिए, सेना और अन्य केंद्रीय बलों ने अपने उग्रवाद-विरोधी अभियान को जारी रखा और अविश्वास से बचने के लिए ‘कार्यकारी मजिस्ट्रेट’ अभियानों के दौरान बलों के साथ रहेंगे।
मणिपुर सरकार के सलाहकार (सुरक्षा) कुलदीप सिंह ने कहा कि इंफाल पश्चिम, इंफाल पूर्व, थौबल और बिष्णुपुर जिलों में 15 घंटे, काकचिंग और फेरजावल जिलों में 12 घंटे और अन्य जिलों में 8 से 10 घंटे कर्फ्यू में ढील दी गई है। मगर छह पहाड़ी जिलों में कर्फ्यू नहीं है। उन्होंने कहा कि इंफाल-जिरिबाम राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-37) पर आवश्यक वस्तुओं, खाद्यान्न, जीवन रक्षक दवाओं, परिवहन ईंधन को ले जाने वाले बड़ी संख्या में वाहनों की आवाजाही सुनिश्चित की गई।
वरिष्ठ अधिकारियों ने दौरा किया है और संवेदनशील क्षेत्रों में डेरा डाले हुए हैं। उन्होंने कहा कि सभी संवेदनशील क्षेत्रों में कड़े सुरक्षा उपाय किए गए हैं, जबकि राज्य और केंद्रीय बलों की एक संयुक्त टीम ने राज्य के कई हिस्सों में तलाशी अभियान तेज कर दिया है।