दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया 530 दिनों बाद बीते शुक्रवार तिहाड़ जेल से बाहर आए और आते ही उन्होंने बीजेपी पर जमकर हमला बोला. दिल्ली शराब घोटाला मामले में सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद मनीष सिसोदिया ने आम आदमी पार्टी (आप) कार्यकर्ताओं को संबोधित किया और कहा कि संविधान और लोकतंत्र की शक्ति के कारण उन्हें जमानत मिली तथा यही शक्ति दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की रिहाई सुनिश्चित करेगी. ‘केजरीवाल, केजरीवाल’ के नारों के बीच सिसोदिया ने कहा, ‘हमने संविधान के माध्यम से इस कानूनी लड़ाई को तार्किक अंजाम तक पहुंचाया है. मेरा साथ देने के लिए मैं आप सभी को धन्यवाद देता हूं.’
24 घंटे में जेल से बाहर आ जाएं केजरीवाल
दिल्ली आबकारी नीति मामले में जेल से रिहा होने के एक दिन बाद शनिवार को मनीष सिसोदिया ने आम आदमी पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं को संबोधित किया और लोगों से देश में ‘तानाशाही’ के खिलाफ लड़ने का आह्वान किया. दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि अरविंद केजरीवाल के काम को बदनाम करने की साजिशें रची जा रही हैं, उन्होंने कहा कि अगर विपक्षी नेता ‘तानाशाही’ के खिलाफ एकजुट हो जाएं, तो दिल्ली के सीएम 24 घंटे में जेल से बाहर आ जाएंगे. सिसौदिया ने आप कार्यकर्ताओं से कहा कि हम सिर्फ रथ के घोड़े हैं लेकिन हमारा असली सारथी जेल में है, वह जल्द ही बाहर आएगा.
‘ईमानदारी और सच्चाई की जीत हुई’
मनीष सिसोदिया ने कहा, मेरा इंतजार कर रहे लोगों के आंसुओं ने उन्हें कठिन दौर से बाहर निकाला. इन आंसुओं ने मुझे ताकत दी है…मुझे उम्मीद थी कि 7-8 महीने में न्याय मिल जाएगा. इसमें 17 महीने लग गए लेकिन ईमानदारी और सच्चाई की जीत हुई. ईडी और सीबीआई का ये जाल इसलिए नहीं रचा गया कि केजरीवाल का नाम पूरे देश में ईमानदारी का प्रतीक बन गया. खुद को दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी कहने वाली बीजेपी एक भी राज्य में ये साबित नहीं कर पाई कि उनके एक भी राज्य में ईमानदारी से काम हो रहा है.’ अपने जमानत फैसले पर, सिसौदिया ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने ‘तानाशाही को कुचलने’ के लिए संविधान की शक्ति का इस्तेमाल किया.