ईरान और इजरायल के बीच तनाव एक नई ऊंचाई पर पहुंच गया है। इजरायल ने शनिवार को ईरान के न्यूक्लियर साइट्स और अन्य महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों पर जबरदस्त साइबर अटैक किया। इस हमले के कारण ईरान की सरकार की कई सेवाएं बाधित हो गई हैं, जिससे देश में अस्थिरता बढ़ी है।
ईरान के सरकारी प्रतिष्ठान प्रभावित
ईरान की सुप्रीम काउंसिल ऑफ साइबरस्पेस के पूर्व सचिव फिरोजाबादी ने कहा कि इन साइबर हमलों का असर ईरान की न्यायपालिका, विधायिका और कार्यपालिका पर पड़ा है। इससे संबंधित सभी सरकारी बल गंभीर परिणामों का सामना कर रहे हैं। ईरान में कई अहम नेटवर्क, जैसे परमाणु संयंत्रों, ईंधन वितरण, नगरपालिका सेवाएं और परिवहन, प्रभावित हुए हैं।
जवाबी कार्रवाई की चेतावनी
ईरान की सरकार ने इस हमले के खिलाफ कड़ी प्रतिक्रिया देने की चेतावनी दी है। इजरायल के रक्षा मंत्री ने हाल ही में कहा था कि हाल के ईरानी मिसाइल हमले के जवाब में उनकी कार्रवाई “घातक” और “आश्चर्यजनक” होगी। इस समय इजरायल उत्तरी लेबनान में हिजबुल्लाह के लड़ाकों के खिलाफ जमीनी कार्रवाई कर रहा है, जिसके चलते क्षेत्र में और तनाव बढ़ गया है।
गाजा से लेबनान तक की रणनीति
इजरायल ने उत्तरी गाजा के बाद अब लेबनान में हिजबुल्लाह के खिलाफ अपनी सैन्य गतिविधियों को बढ़ा दिया है। इस स्थिति में दोनों देशों के बीच युद्ध का खतरा लगातार बढ़ रहा है, जिससे मध्य पूर्व में स्थिति और भी जटिल होती जा रही है।