मेरठ: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने सोमवार को यहां केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जय भीम वाले इस बार नमो नमो करने वालों की जमानत जब्त करा देंगे। मायावती ने यहां गठबंधन उम्मीदवार हाजी याकूब कुरैशी के पक्ष में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा वाले चाहे कितना भी नमो नमो करें, जय भीम वाले उनकी जमानत जब्त करा देंगे।”
बसपा मुखिया ने कहा कि देश में दलित, अल्पसंख्यकों का उत्पीड़न बढ़ा है। खासकर जिन राज्यों में भाजपा की सरकारें हैं, वहां उत्पीड़न ज्यादा है। गरीब सवर्णो का 10 फीसदी आरक्षण से उत्थान होने वाला नहीं है।” मायावती ने नोटबंदी और जीएसटी के मुद्दे पर मोदी सरकार को घेरते हुए कहा, “दोनों को तैयारी के बगैर लागू किया गया, जिससे देश में गरीबी, बेरोजगारी और बढ़ी। छोटे व मध्यम वर्गीय व्यापारी दुखी हैं। देश की अर्थव्यवस्था पर भी बुरा प्रभाव पड़ा है। देश की सीमाएं सुरक्षित नहीं हैं, आए दिन आतंकी घटनाएं होती रहती हैं।
बसपा सुप्रीमो ने कहा कि भाजपा ने कांग्रेस की तरह ही अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए सीबीआई का इस्तेमाल कर विपक्षी दलों के नेताओं को फंसाकर कमजोर करने की कोशिश की है, जो लगातार जारी है। आजादी के बाद से केंद्र में कांग्रेस, भाजपा और अन्य दलों की सरकारें रहीं। इन्हें देश की जनता कई बार आजमा चुकी है, अब ज्यादा आजमाने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने 2014 के चुनावी वादे पूरे नहीं किए। पन्द्रह लाख रुपये खाते में नहीं आए, बेरोजगारों को नौकरियां नहीं मिलीं। कांग्रेस ने गरीबों को हर माह छह हजार देने की बात कही, लेकिन इससे कोई भला नहीं होगा। गठबंधन की सरकार बनने पर हर गरीब को छह हजार रुपये की जगह, सरकारी और गैर सरकारी क्षेत्र में स्थायी रोजगार देने का कार्य करेंगे।
गौरतलब है कि वोटों के लिहाज से मेरठ-हापुड़ बेहद महत्वपूर्ण सीट है। गठबंधन ने यहां से मुस्लिम प्रत्याशी हाजी याकूब कुरैशी को मैदान में उतारा है। ऐसे में मायावती ने यहां भी अनुसूचित मतदाताओं के साथ-साथ मुस्लिम मतदाताओं को भी साधने का प्रयास किया। इसके पहले मायावती के मंच पर पहुंचते ही रैली स्थल पर जुटी समर्थकों की भीड़ बेकाबू हो गई। समर्थकों ने बैनर और झंडे हाथों में लेकर बैरियर व बैरिकेडिंग तोड़कर मंच की तरफ भागना शुरू कर दिया। ऐसे में पुलिस को अनियंत्रित भीड़ को काबू करने में काफी मशक्कत करनी पड़ी।