पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल कर चुकी बीएसपी प्रमुख मायावती ने एक बार फिर उन पर निशाना साधा है। ट्विटर पर मायावती ने लिखा कि पीएम मोदी की नैया डूब रही है। आरएसएस ने भी उनका साथ छोड़ दिया है। इसके साथ ही मायावती ने चुनाव आयोग से प्रचार पूर्व पूजा-पाठ के खर्च को भी प्रत्याशी के खर्च में शामिल करने की अपील की है।
मायावती ने मोदी के खिलाफ अमर्यादित भाषा का किया इस्तेमाल, बोलीं- शर्मनाक…
ट्विटर पर मायावती ने पीएम मोदी को निशाने पर लिया
पीएम श्री मोदी सरकार की नैया डूब रही है। इसका जीता-जागता प्रमाण यह है कि आरएसएस ने भी इनका साथ छोड़ दिया है व इनकी घोर वादाखिलाफी के कारण भारी जनविरोध को देखते हुए संघी स्वयंसेवक झोला लेकर चुनाव में कहीं मेहनत करते नहीं नजर आ रहे हैं, जिससे श्री मोदी के पसीने छूट रहे हैं।
जनता को बरगलाने के लिए देश ने अब तक कई नेताओं को सेवक, मुख्यसेवक, चायवाला व चौकीदार आदि के रूप में देखा है। अब देश को संविधान की सही कल्याणकारी मंशा के हिसाब से चलाने वाला शुद्ध पीएम चाहिए। जनता ने ऐसे बहरूपियों से बहुत धोखा खा लिया है। अब आगे धोखा खाने वाली नहीं, ऐसा साफ लगता है।
रोडशो व जगह-जगह पूजा-पाठ एक नया चुनावी फैशन बन गया है, जिसपर भारी खर्चा किया जाता है। आयोग द्वारा उस खर्चे को प्रत्याशी के खर्च में शामिल करना चाहिये और यदि किसी पार्टी द्वारा उम्मीदवार के समर्थन में रोडशो आदि किया जाता है, तो उसे भी पार्टी के खर्च में शामिल किया जाना चाहिये।
साथ ही किसी भी उम्मीदवार को आचार संहिता के उल्लंघन के आरोप में चुनाव प्रचार पर बैन लगाने के दौरान यदि वह आम स्थान पर मन्दिरों आदि में जाकर पूजा-पाठ आदि करता है व उसे मीडिया में बड़े पैमाने पर प्रचारित किया जाता है, तो उस पर भी रोक लगनी चाहिये। आयोग इसपर भी कुछ कदम जरूर उठाए।
मायावती का बयान
इससे पहले सोमवार को मायावती ने कहा था, ‘मुझे यह मालूम चला है कि बीजेपी में खासकर विवाहित महिलाएं अपने पतियों को मोदी के नजदीक जाते देखकर, ये सोच कर भी काफी घबराती रहती हैं कि कहीं ये मोदी अपनी औरत की तरह हमें भी अपने पति से अलग न कर दें।’