नई दिल्ली: अभिनेत्री पूनम पांडे ने ‘मीटू’ अभियान के प्रति समर्थन जताते हुए कहा कि वह खुद भी इस तरह की असहज स्थिति का सामना कर चुकी है. हालांकि, पूनम ने सीधे-सीधे किसी का नाम नहीं लिया. पूनम ने अपनी फिल्म ‘द जर्नी ऑफ कर्मा’ की शूटिंग के दौरान के कुछ अनुभवों को साझा किया.
इस बारे में पूनम ने आईएएनएस से कहा, “अभिनेत्रियों को इस तरह की चीजों से दो-चार होना पड़ता है. फिल्म की शूटिंग के दौरान मुझे इस तरह की स्थितियों से गुजरना पड़ा. हम शूटिंग के दौरान बेडरूम सीन की शूटिग कर रहे थे, इस दौरान मेरे साथी कलाकार ऐसा जता रहे थे कि जैसे कि वह रील में नहीं रियल लाइफ में मेरे साथ बेडरूम सीन कर रहे हैं.”
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साथी कलाकार का नाम पूछने पर पूनम ने कहा, “मैं अभी किसी तरह की कंट्रोवर्सी में पड़ना नहीं चाहती. मेरी फिल्म रिलीज होने वाली हैं. मैं उनका नाम लेना नहीं चाहूंगी क्योंकि उनकी बेटी मेरी उम्र है. “हालांकि, पूनम ने किसी का नाम नहीं लिया लेकिन उन्होंने कहा कि वह कलाकार इंडस्ट्री के सबसे बड़े विलेन में से एक है.
पूनम का कहना है कि यही कारण था कि पिछले सप्ताह फिल्म के ट्रेलर रिलीज के मौके पर वह मौजूद नहीं थी और यहां तक कि कुछ महीनों पहले फिल्म के पोस्टर रिलीज पर भी नहीं गई थी.