Modi Retirement: पीएम नरेंद्र मोदी की हालिया RSS मुख्यालय यात्रा के बाद उनके रिटायरमेंट को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं। हालांकि, आरएसएस सूत्रों ने इन अटकलों को सिरे से नकारते हुए साफ किया है कि पीएम मोदी अपना तीसरा कार्यकाल पूरा करेंगे। अगर उनका स्वास्थ्य सही रहा, तो वह राजनीति में अपनी सक्रियता जारी रखेंगे। (Modi Retirement)मगर, सवाल उठता है कि पीएम मोदी के बाद कौन होगा? इस सवाल का जवाब खोजने के लिए राजनीतिक हलकों में चर्चा तेज हो गई है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नाम प्रमुख दावेदारों के रूप में सामने आ रहे हैं।
PM मोदी का संघ मुख्यालय दौरा…क्या था सच्चा उद्देश्य?
PM नरेंद्र मोदी के हालिया संघ मुख्यालय दौरे के बाद से राजनीतिक गलियारों में अटकलें तेज हो गई हैं। यह दौरा, जहां प्रधानमंत्री ने संघ संस्थापक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार को पुष्पांजलि अर्पित की और संघ के अन्य प्रमुखों को नमन किया, उसी के बाद यह सवाल उठने लगा कि क्या मोदी का यह दौरा उनके राजनीतिक भविष्य के बारे में कोई संकेत दे रहा था?
क्या संघ में पीएम मोदी के उत्तराधिकारी के बारे में हुई कोई चर्चा?
RSS के सूत्रों के मुताबिक, पीएम मोदी का यह दौरा किसी राजनीतिक चर्चा का हिस्सा नहीं था। यह पूरी तरह से एक शिष्टाचारिक मुलाकात थी। हालांकि, संघ के भीतर पीएम मोदी के उत्तराधिकारी को लेकर चर्चाएं अब भी जारी हैं। सूत्रों का कहना है कि संघ के नेतृत्व में बदलाव की प्रक्रिया धीरे-धीरे तय हो रही है और इस दौरान कुछ नामों पर चर्चा हो रही है, जिनमें महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का नाम प्रमुख रूप से उभरकर सामने आ रहा है।
संघ के नजरिए से देवेंद्र फडणवीस का महत्व
राजनीतिक विश्लेषक दयानंद नेने का मानना है कि PM मोदी के संघ मुख्यालय दौरे के दौरान जो तस्वीरें सामने आई हैं, वे संकेत दे रही हैं कि संघ का रुख देवेंद्र फडणवीस की ओर हो सकता है। नेने ने कहा कि फडणवीस का संघ से गहरा जुड़ाव है और वे मोदी के नेतृत्व में एक फिट उत्तराधिकारी साबित हो सकते हैं। उनका कहना था कि संघ की पृष्ठभूमि से आने वाले फडणवीस की राजनीतिक कुशलता उन्हें इस पद के लिए उपयुक्त बनाती है।
क्या संघ का कोई बड़ा बदलाव आ रहा है?
संजय राउत के हालिया बयान ने इस सवाल को और जोर पकड़ दिया है। राउत ने कहा कि संघ अब देश के नेतृत्व में बदलाव चाहता है और पीएम मोदी का दौर खत्म हो चुका है। इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि मोदी सितंबर में रिटायरमेंट ले सकते हैं और इसी संदर्भ में वह संघ मुख्यालय गए थे। इस बयान से सियासी हलचल बढ़ गई है और राजनीतिक विशेषज्ञ इसके पीछे की रणनीति को लेकर तरह-तरह की अटकलें लगा रहे हैं।
मोदी के नेतृत्व में बदलाव नहीं होगा
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने संजय राउत के इस दावे पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने स्पष्ट किया कि PM मोदी 2029 तक प्रधानमंत्री बने रहेंगे और वह किसी प्रधानमंत्री पद की रेस में नहीं हैं। फडणवीस ने इस बात को भी नकारा कि मोदी का रिटायरमेंट या सत्ता का हस्तांतरण किसी प्रकार की परंपरा बन सकता है।
संघ…PM मोदी के बीच संबंध..
RSS नेता सुरेश भैयाजी जोशी ने इस मुद्दे पर अपने बयान में कहा कि PM मोदी और संघ के बीच कोई मतभेद नहीं हैं। उन्होंने यह भी बताया कि मोदी के द्वारा किए गए बड़े कार्यों को संघ का पूरा समर्थन प्राप्त है। जोशी ने यह भी स्पष्ट किया कि मीडिया द्वारा बनाई गई अफवाहों का कोई आधार नहीं है और संघ और प्रधानमंत्री के बीच कोई दूरी नहीं है।
नागपुर दौरे का राजनीतिक महत्व
PM मोदी का संघ मुख्यालय दौरा और संघ प्रमुख मोहन भागवत से मुलाकात के राजनीतिक मायने अब स्पष्ट होने लगे हैं। क्या संघ BJP में बदलाव की योजना बना रहा है? क्या पीएम मोदी 2025 के बाद सक्रिय राजनीति से संन्यास ले सकते हैं? फिलहाल यह सिर्फ अटकलें हैं, लेकिन यह सवाल आगामी चुनावी माहौल में बड़े सियासी तूफान को जन्म दे सकता है।