सुभाष चंद्र बोस के सम्मान में पीएम जारी करेंगे 75 रुपए का चांदी का सिक्का, ऐसी होगी बनावट
देश की आजादी के लिए संघर्ष करने वालों का सम्मान करने में जुटे प्रधानमंत्री मोदी ने एक और बड़ा कदम उठाने जा रहे हैं। सरदार पटेल के सम्मान में जहां स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का निर्माण हो गया है। वहीं सुभाष चंद्र बोस की आजाद हिंद फौज के गठन की वर्षगांठ मनाने के बाद मोदी सरकार बोस की तस्वीर वाला सिक्का जारी करने जा रही है।
जिसकी अधिसूचना सरकार ने जारी कर दी है। वहीं इस आदेश के बाद सरकार के इस कदम के राजनीतिक निहितार्थ निकाले जा रहे हैं।
आजादी के दीवानों का सम्मान
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी बनाने से लेकर सुभाष चंद्र बोस की फाइलें खोलना मोदी के कुछ अहम कामों में है। क्योंकि मोदी हमेशा आजादी का श्रेय एक ही परिवार को दिए जाने और दूसरों का नाम गायब करने का आरोप लगाते रहे हैं। सत्ता में आने के बाद से ही गांधी, नेहरु परिवार पर अप्रत्यक्ष निशाना साधते रहे।
ममता को घेरने की तैयारी
वहीं अब मौका मिलते ही मोदी ने सुभाष चंद्र बोस के नाम का सिक्का जारी करने का ऐलान कर के एक सियासी दांव भी खेल दिया है। जिसका सीधा असर पश्चिम बंगाल में होने वाले चुनाव में पड़ सकता है। क्योंकि बंगाल में सुभाष चंद्र बोस को मानने वालों की बड़ी संख्या है। ऐसे में सुभाष चंद्र बोस की फाइलें सार्वजनिक करके माहौल बना चुके मोदी सुभाष चंद्र बोस के नाम का सिक्का उछाल दिया है। जो ममता दीदी के वोट बैंक को मोदी की तरफ मोड़ने में महती भूमिका निभाएगा।
बंगाल में चलेगा मोदी का ‘सिक्का’
मोदी ममता दीदी पर पहले से ही बहुसंख्यक समाज की उपेक्षा, बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्या का मुद्दा उठाते रहे हैं। वहीं कई जिलों में दंगों का दाग भी ममता पर लगा है। ऐसे में सुभाष चंद्र बोस का सिक्का मोदी के लिए बड़ा काम आने वाला है।
तिरंगा फहराने की 75वीं वर्षगांठ पर होगा जारी
इसीलिए सरकार ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस द्वारा पहली बार पोर्ट ब्लेयर में तिरंगा फहराने की 75वीं वर्षगांठ के मौके पर 75 रुपये का स्मारक सिक्का जारी करेगी। वित्त मंत्रालय ने अधिसूचना में लिखा है की,
“पोर्ट ब्लेयर में नेताजी सुभाषचंद्र बोस द्वारा पहली बार ‘तिरंगा फहराने की 75वीं वर्षगांठ’ के मौके पर जारी करने के लिये केंद्र सरकार के अधिकार के तहत 75रुपये मूल्य का सिक्का सरकारी ढलाई कारखाने में बनाया जाएगा.”
सिक्के में होगी बोस की खास तस्वीर
इस सिक्के में ‘नेताजी सुभाषचंद्र बोस’ की तस्वीर, सेलुलर जेल की पृष्ठभूमि में ध्वज को सलाम करते हुए दिखेगी. चित्र के नीचे “वर्षगांठ” के साथ 75 का अंक छपा होगा. देवनागरी लिपि और अंग्रेजी दोनों भाषा में ‘पहला तिरंगा फहराने का दिन’ सिक्के पर छपा होगा.
चांदी का होगा सिक्का
सुभाष चंद बोस के सिक्के का वजन 35 ग्राम होगा। जिसमें 50 प्रतिशत चांदी, 40 प्रतिशत तांबा तथा निकल और जस्ता पांच-पांच प्रतिशत मिला होगा। बतादें कि 30 दिसंबर, 1943 को, सुभाष चंद्र बोस ने पहली बार सेलुलर जेल, पोर्ट ब्लेयर में तिरेगा फहराया था। लालकिले पर राष्ट्रीय घ्वज फहराया था और सुभाष चंद्र बोस द्वारा बनाई गई आजाद हिंद फौज की 75वीं वर्षगांठ के मौके पर एक पट्टिका का अनावरण किया था।