नई दिल्लीः ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) चीफ और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने संघ प्रमुख मोहन भागवत के एक बयान पर जवाबी हमला किया है. उन्होंने भागवत से पूछा है कि वो बताएं शेर कौन है और कुत्ता कौन है? न्यूज एजेंसी एएनआई से ओवैसी ने कहा, ‘तो कुत्ते और शेर कौन हैं? भारत का संविधान तो सभी को मनुष्य के रूप में परिभाषित करता है. उन्हें शेर और कुत्ते के रूप में नहीं मानता है. आरएसएस के साथ परेशानी यह है कि वो भारतीय संविधान को नहीं मानता है.’
So who are dogs and the lion? Indian Constitution defines everyone as humans & doesn’t treat them as dogs or lion. The problem with RSS is that they don’t believe in Indian constitution: A Owaisi on RSS Chief’s statement, “if a lion is alone, wild dogs can invade & destroy it” pic.twitter.com/XLipWRiO0e
— ANI (@ANI) September 8, 2018
दरअसल अमेरिका के शिकागो में आयोजित विश्व हिंदू कांग्रेस को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने शुक्रवार को कहा कि हिंदू किसी का विरोध करने के लिए नहीं जीते हैं. संघ प्रमुख ने कहा, ‘अगर एक शेर अकेला रहता है तो जंगली कुत्ते हमला करके उसे हरा सकते हैं हमें इसे नहीं भूलना चाहिए.’ उनसे इस इसी बयान पर राजनीतिक विवाद शुरू हो गया है.
ओवैसी ने आगे कहा, ‘यह उनकी (आरएसएस) विचार पद्धति है जिसके तहत वे खुद को शेर और दूसरों को कुत्ता समझते हैं. आरएसएस की पिछले 90 सालों से यही भाषाशैली रही है. मुझे इस पर आश्चर्य नहीं है. लोग इस भाषा का जवाब देंगे.’
हिंदू किसी का विरोध करने के लिए नहीं जीते
आपको बता दें कि, शिकागो में विश्व हिंदू कांग्रेस का आयोजन स्वामी विवेकानंद के 11 सितंबर 1893 को दिए गए चर्चित भाषण के 125 साल पूरे होने पर किया गया था. इस विश्व हिंदू सम्मेलन में करीब 2,500 लोगों को संबोधित करते हुए भागवत ने कहा, ‘हिंदू किसी का विरोध करने के लिए नहीं जीते हैं. लेकिन कुछ ऐसे लोग भी हो सकते हैं जो हम (हिंदुओं) का विरोध करते हैं, इसलिए वे हमें नुकसान न पहुंचा पाएं, इसके लिए हमें खुद को तैयार करना होगा.’