लखनऊ: यूपी के मुरादाबाद जिले में अंधविश्वास के चलते एक मासूम की मौत हो गई. दरअसल, जिले के मझोला थाना क्षेत्र के एक गांव में अंधविश्वास व तंत्रमंत्र के चक्कर में तीन साल की बीमार बच्ची की आंगन में दफना दिया. इस पर ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने शव को कब्र से निकलवाकर पोस्टमार्टम करवाया. जिसमें मौत का कारण दम घुटना बताया गया है. उधर, पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि किसी तांत्रिक ने घरवालों को सलाह दी थी कि बच्ची को आंगने में दफनाने से स्वस्थ बेटा पैदा होगा.
क्या है मामला
जानकारी के मुताबिक, यह पूरा मामला मुरादाबाद जिले के थाना मझोला के गांव चौधरपुर का है. गांव में अनंतपाल उर्फ आनंदपाल की पत्नी मीना मूल रूप से बिहार की रहने वाली है. उसके चार बच्चे हैं, जो कि कुपोषण का शिकार हैं. बताया गया कि शुक्रवार दोपहर बाद उसकी एक बेटी तारा (3 वर्ष) की मौत हो गई. मौत के बाद परिवार ने शव को आंगन में ही दफना दिया. इस पर ग्रामीणों को शक हुआ कि तंत्रमंत्र के चक्कर में बच्ची की हत्या करके उसे दफनाया गया है. हत्या की आशंका जताते हुए ग्रामीणों ने पूरे मामले की पुलिस को सूचना दे दी. शनिवार शाम सीओ अपर्णा गुप्ता ने पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचकर कब्र में से शव को बाहर निकलवाया और परिजनों के बयान दर्ज किए.
Moradabad: FIR lodged against a couple for allegedly strangulating their 6-year-old daughter and cremating her inside their house. Her body was found on June 4. Police say, ‘investigation is underway. No arrests have been made yet’ pic.twitter.com/VU7SAFiXSD
— ANI UP (@ANINewsUP) August 7, 2018
सूखा रोग से पीड़ित थी बेटी
इस दौरान मीना और आनंदपाल ने पुलिस को बताया कि उसकी बच्ची तारा सूखा रोग से पीड़ित थी. इस समय मीना भी गर्भवती है. उसे एक तांत्रिक ने बताया था कि जब बेटी की मृत्यु होगी तो उसे आंगन में दफना देना. इससे तुम्हारा पैदा होने वाला बच्चा स्वस्थ होगा. इसी अंधविश्वास में बच्ची की मौत के बाद शव को आंगन में ही दफना दिया गया.
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दम घुटने से हुई मौत
तंत्रमंत्र के चक्कर में बीमार बच्ची तारा की मौत और दफनाए जाने के मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण दम घुटना आया है. मामले में पुलिस ने पिता आनंदपाल और मां मीना के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है. हालांकि परिवार अभी तक मौत के बाद अंधविश्वास में शव घर में दफनाने की बात कह रहा हैं. तय माना जा रहा है कि बीमार बच्ची को जिंदा दफन किया गया था. रिपोर्ट में बच्ची के शरीर में चर्बी की मात्रा न मिलने से यह भी तय है कि वह कई दिन से खाना नहीं खाई थी.
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तांत्रिक की तलाश जारी
वहीं इस मामले में पुलिस आरोपी तांत्रिक की भी तलाश कर रही है. तांत्रिक ने ही परिवार को सलाह दी थी कि बच्ची को घर में दफनाने से पैदा होने वाला बच्चा सूखा रोग से मुक्त होगा. उधर हत्या का मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस ने देर रात मां को हिरासत में ले लिया.