रिस ओलंपिक 2024 खत्म हो गया है. भारत के लिए ये इवेंट ठीक-ठाक रहा, क्योंकि इस बार हमारे एथलीट देश के लिए गोल्ड मेडल नहीं जीत सके. कुल 6 मेडल्स आए, जिसमें 5 ब्रॉन्ज और एक सिल्वर मेडल शामिल रहा. अब जबकि ओलंपिक खत्म हो गया है, तो आइए आपको बताते हैं इस बार सबसे अधिक मेडल्स किसने जीते और भारत मेडल्स के मामले में किस नंबर पर रहा.
USA ने जीते सबसे अधिक मेडल्स
पेरिस ओलंपिक में युनाइटेड स्टेट्स ने धाक जमाई और सबसे अधिक मेडल्स जीतने का कारनामा किया. USA ने कुल 126 मेडल्स जीते, जिसमें 40 गोल्ड, 44 सिल्वर और 42 ब्रॉन्ज मेडल शामिल हैं. वहीं, दूसरे नंबर पर रहे चीन ने कुल 91 मेडल्स जीते, जिसमें 40 गोल्ड, 27 सिल्वर और 24 ब्रॉन्ज मेडल जीते हैं.
भारत किस नंबर पर?
पेरिस ओलंपिक में भारत का सफर ठीक-ठाक रहा. इस बार हमने कुल 6 मेडल्स जीते, जिसमें 1 सिल्वर और 5 ब्रॉन्ज शामिल रहे. निशानेबाजी में 4 मेडल आए, 1 जेवलिन थ्रो में और 1 मेडल कुश्ती में आया. इस प्रदर्शन के साथ पेरिस ओलंपिक 2024 की मेडल टैली में भारत 71वें नंबर पर रहा. आपको बता दें, इस ओलंपिक में कुल 114 देशों ने हिस्सा लिया था. ऐसे में भारत का ये नंबर काफी निराशाजनक है.
नीरज चोपड़ा ने जैवलिन में सिल्वर, मनु भाकर और सरबजीत सिंह ने शूटिंग में ब्रांज, भारतीय हॉकी टीम ने ब्रांज, अमन सहरावत ने कुश्ती में ब्रांज जीता. मनु भाकर ने 2 ब्रांज मेडल जीते हैं
भारत सरकार ने खर्च किए 470 करोड़ रुपये
भारत सरकार ने ओलंपिक में बेहतर प्रदर्शन करने की उम्मीद में खिलाड़ियों पर दिल खोलकर खर्च किया. पेरिस ओलंपिक में भारत की तरफ से 16 खेलों में 117 एथलीट गए थे, जिनपर भारत सरकार ने कुल 470 करोड़ रुपये खर्च किए. एथलेटिक्स के अलग-अलग खेलों के लिए कुल 96.08 करोड़ रुपए जारी किए गए थे. बैडमिंटन पर 72.03 करोड़, बॉक्सिंग पर 60.93 करोड़, शूटिंग 60.42 करोड़ रुपए खर्च हुए थे.
हॉकी पर 41.3 करोड़ और रेसलिंग पर 37.8 करोड़, आर्चरी में 39.18 करोड़ खर्च हुए थे. इसके अलावा अलावा वेटलिफ्टिंग, टेबल टेनिस, नौकायन जैसे खेलों पर भी करोडों खर्च हुए थे.